Haryana News: हरियाणा में किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल (Jagjit Singh Dallewal) आमरण अनशन पर हैं. इस बीच उनकी तबीयत बिगड़ रही है. उनकी सेहत को लेकर किसान नेता और डॉक्टरों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसान नेता लखविंदर सिंह औलख और अभिमन्यु कोहाड़ ने जानकारी दी कि जगजीत सिंह डल्लेवाल की इच्छा के अनुसार उन्हें अस्पताल नहीं ले जाने दिया जाएगा.
किसानों का कहना है कि अगर ऐसी कोई भी कोशिश होगी तो उसका विरोध होगा. वे स्टेज के पास ही अपना आमरण अनशन जारी रखेंगे. डॉक्टर्स की टीम के मुताबिक जगजीत सिंह की सेहत बेहद खराब है क्योंकि उनके शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी है. वह हाथ नहीं उठा पा रहे हैं और आंख भी सही ढंग से नहीं खुल रहा है. सरकार ने उनकी हालत स्थिर होने की जो रिपोर्ट दी है वह सही नहीं है क्योंकि डल्लेवाल काफी कमजोर हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार को दिए यह निर्देश
जगजीत सिंह डल्लेवाल 25 दिनों से अनशन पर हैं. सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को कहा है कि उन्हें किसी मेकशिफ्ट अस्पताल में ले जाया जाए जहां उनके मेडिकल पैरामीटर को चेक किया जा सके. डल्लेवाल गुरुवार को बेहरोश हो गए थे. जस्टिस सूर्यकांत और उज्जल भुयान की पीठ ने एडवोकेट जनरल गुरमिंदर सिंह से पूछा कि क्या डल्लेवाल को मेकशिफ्ट अस्पताल में नहीं ले जाया जा सकता?
कोर्ट ने इरोम शर्मिला का दिया उदाहरण
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि डल्लेवाल के स्वास्थ्य का ख्याल रखना पंजाब सरकार की संवैधानिक जिम्मेदारी है और ज़रूरत पड़े तो सरकार तुरंत उन्हें धरना स्थल के पास बने अस्थायी हॉस्पिटल में शिफ्ट करे. सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को इरोम शर्मिला का उदाहरण देते हुए कहा था कि वह 10 साल तक मेडिकल सुपरविजन में प्रदर्शन करती रहीं. उसी तरह डल्लेवाल स्वास्थ्य निगरानी में प्रदर्शन जारी रख सकते हैं.
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