Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी को भारी बहुमत मिलने के बाद अब सरकार बनाने को लेकर प्रक्रिया आगे बढ़ रही है. सीएम नायब सिंह सैनी ने बताया कि बुधवार (16 अक्टूबर) को हरियाणा बीजेपी विधायक दल की बैठक होगी. उन्होंने सीएम पद को लेकर पूछे गए सवाल पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी.


हरियाणा में CM पद को लेकर उन्होंने कहा, ''अभी तो विधायक दल का नेता ही नहीं चुना गया. अभी तो हमारे विधायक दल की बैठक है. उसकी चिंता छोड़िए. जो भी विधायक दल का नेता चुना जाएगा उसके बाद मुझसे बात कीजिएगा.'' 






16 अक्टूबर को BJP विधायक दल की बैठक-सैनी


चंडीगढ़ में मीडिया से बातचीत में हरियाणा के सीएम सैनी ने कहा, ''हरियाणा में तीसरी बार बीजेपी सरकार चुनने के लिए मैं हरियाणा की जनता को धन्यवाद देता हूं. केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिए गए हैं और कल हरियाणा बीजेपी विधायक दल की बैठक होगी. बैठक में विधायक दल का चुनाव किया जाएगा और 17 अक्टूबर को शपथ ग्रहण समारोह होगा."


17 अक्टूबर को भव्य शपथग्रहण समारोह- नायब सिंह सैनी


पीएम नरेंद्र मोदी की नीतियों को लेकर हरियाणा की जनता में भारी उत्साह और जोश है. शपथग्रहण समारोह की पूरी तैयारियां की गई हैं. 17 अक्टूबर को भव्य शपथग्रहण समारोह होगा. हमारे NDA के तमाम नेतागण उस शपथग्रण समारोह में शामिल होंगे. बीजेपी के नेतृत्व वाली राज्यों के मुख्यमंत्री और केंद्रीय नेतृत्व भी इसमें शामिल होंगे. 


लोगों को पीएम मोदी की गारंटी पर भरोसा- सैनी


उन्होंने आगे कहा, ''देश भर के लोगों को पीएम मोदी की विभिन्न योजनाओं से भारी लाभ मिल रहा है. उन्हें पीएम मोदी की गारंटी पर भरोसा है. महाराष्ट्र और झारखंड में बीजेपी की सरकार बनेगी. झूठ बोलकर कांग्रेस ने लोगों में भ्रम पैदा किया. जनता ने कांग्रेस पार्टी पर भरोसा करना बंद कर दिया है.''


अनिल विज ने क्या कहा?


बीजेपी नेता अनिल विज ने कहा, ''हरियाणा में शपथ ग्रहण समारोह में बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे. पीएम मोदी भी आ रहे हैं और कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी आ रहे हैं. बीजेपी ने राज्य में तीसरी बार सरकार बनाई है. हमारे विधायक दल की बैठक होगी, हमारी लोकतांत्रिक पार्टी है, हमारे पर्यवेक्षक आ रहे हैं और वो सभी से चर्चा करके अपना निर्णय लेंगे.''


ईवीएम को लेकर उठ रहे सवाल पर उन्होंने कहा, ''विपक्ष जब भी हारता है तो ईवीएम का मुद्दा उठाता है और अगर उन्होंने अभी महाराष्ट्र में ईवीएम का मुद्दा उठाना शुरू कर दिया है, तो इसका मतलब है कि उन्होंने वहां हार स्वीकार कर ली है.''


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