नेता प्रतिपक्ष चुनने में कांग्रेस नाकाम! अब भूपेंद्र सिंह हुड्डा को खाली करना होगा सरकारी बंगला
Haryana Politics: हरियाणा में नतीजे आने के डेढ़ महीने बाद भी कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष का चुनाव नहीं कर पाई है. अब सरकार ने ऐसा फैसला किया है जो भूपेंद्र सिंह हुड्डा की परेशानी बढ़ाने वाला है.
![नेता प्रतिपक्ष चुनने में कांग्रेस नाकाम! अब भूपेंद्र सिंह हुड्डा को खाली करना होगा सरकारी बंगला nayab singh saini governmet issued notice to bhupinder singh hooda to vacate bungalow नेता प्रतिपक्ष चुनने में कांग्रेस नाकाम! अब भूपेंद्र सिंह हुड्डा को खाली करना होगा सरकारी बंगला](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/12/01/02a5a36a65e71dde2905e56daab708d01733049073308490_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Haryana Leader of Opposition: नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) सरकार ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupinder Singh Hooda) से कहा है कि वह नेता प्रतिपक्ष के रूप में जिस आवास में रह रहे हैं उसे खाली कर दें. हरियाणा चुनाव को डेढ़ महीने से ज्यादा वक्त हो गया है लेकिन कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष का चुनाव नहीं कर पाई है.
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा था कि कांग्रेस के नेता महाराष्ट्र चुनाव में व्यस्त है और चुनाव बाद ही नेता प्रतिपक्ष घोषित किया जाएगा लेकिन महाराष्ट्र नतीजों के सात दिन हो जाने के बाद भी हरियाणा में नेता प्रतिपक्ष घोषित नहीं किया गया है. इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि ऐसी जानकारी सामने आई है कि मंत्री विपुल गोयल की नजर हुड्डा के बंगले पर है जो कि चंडीगढ़ के सेक्टर 7 में स्थित है.
2019 से इस बंगले में रह रहे हैं हुड्डा
बीजेपी सरकार ने हुड्डा को नोटिस जारी किया है और उन्हें मकान खाली करने को कहा गया है. हुड्डा ने नोटिस का जवाब दिया है और 15 दिनों की मोहलत मांगी है. हुड्डा इस बंगले में 2019 से रह रहे हैं. हरियाणा के पूर्व सीएम ने कहा, ''यह एक सामान्य प्रक्रिया है. इसमें कुछ और नहीं है. इसे खाली करना ही है. वर्ना दंडस्वरूप रेंट देना होगा."
हुड्डा से 2014 में इसलिए ले लिया गया था यह बंगला
सेक्टर 7 का यह हाउस नंबर-70 2004 से 2014 के बीच सत्ता का केंद्र रहा है जब हुड्डा हरियाणा के सीएम थे. उस वक्त यह आवास हुड्डा के प्रिंसिपल ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी एम एस चोपड़ा के पास था. कांग्रेस भले ही 2014 में सत्ता में नहीं आई लेकिन शुरुआत में यह बंगला हुड्डा को पूर्व सीएम की हैसियत से दिया गया था लेकिन मनोहर लाल खट्टर ने जैसे ही सीएम का पदभार संभाला तो हुड्डा से यह बंगला खाली करा लिया गया था.
यह बंगला फिर विपुल गोयल को दिया गया. 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद नेता प्रतिपक्ष बनने पर हुड्डा को दोबारा यह बंगला आवंटित किया गया.
ये भी पढ़ें- 'लोगों से जो...', अरविंद केजरीवाल पर हमले की कोशिश पर बोले CM नायब सिंह सैनी
![IOI](https://cdn.abplive.com/images/IOA-countdown.png)
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![अनिल चमड़िया](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/4baddd0e52bfe72802d9f1be015c414b.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)