Vinesh Phogat On Sakshi Malik: रेसलर साक्षी मलिक के 'लालची' वाले बयान पर कांग्रेस विधायक विनेश फोगाट ने जवाब दिया है. उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि अगर खिलाड़ी होने के नाते महिलाओं के लिए बोलना, अपनी बहनों के लिए बोलना अगर लालच है तो उसे मैं अच्छा मानती हूं. उन्होंने ये भी कहा कि इस लालच को मैं अच्छा मानती हूं.
विनेश फोगाट ने कहा, ''मैं किसी का मन एज्यूम नहीं कर सकती हूं. अच्छी बात ये है कि हमने लड़ाई लड़ी थी. वो लड़ाई चल रही है, जब तक हम दोषी को सजा नहीं दिलवा देते हैं. इस लड़ाई को हम अंत तक लेकर जाएंगे.''
किस बात का लालच- विनेश फोगाट
क्या आपके मन में लालच आ गया था? इस सवाल पर उन्होंने कहा, ''किस बात का लालच? आपको उनसे (साक्षी मलिक) से पूछना चाहिए. खिलाड़ी होने के नाते महिलाओं के लिए बोलना, अपनी बहनों के लिए बोलना अगर लालच है तो उसे मैं अच्छा मानती हूं. अगर देश को रिप्रेजेंट करके ओलंपिक मेडल लाने का लालच मेरे मन में है और वो मरते दम तक जिंदा रहेगा.''
उन्होंने कहा, ''मैं मानती हूं कि वो लालच अच्छा है और हर किसी को आना चाहिए. मैं परमात्मा से भी हमेशा दुआ करती हूं कि जो लालच देश के लिए खेलने का, देश के लिए कुछ कर गुजरने की आंच हमारे अंदर जिंदा रहनी चाहिए.''
साक्षी मलिक ने क्या कहा था?
बता दें कि ओलंपिक कांस्य पदक विजेता पूर्व पहलवान साक्षी मलिक अपनी किताब ‘विटनेस’ को लेकर खूब चर्चा में हैं. इसमें उन्होंने कहा कि पिछले साल विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया का एशियाई खेलों के ट्रायल्स से छूट लेने के फैसले से बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ उनके विरोध प्रदर्शन की छवि प्रभावित हुई क्योंकि इससे यह अभियान स्वार्थी दिखने लगा.
उन्होंने हाल में रिलीज हुई अपनी किताब ‘विटनेस’ में इसके अलावा अपने करियर के संघर्षों के बारे में भी लिखा है. उन्होंने इसमें बताया कि जब बजरंग और विनेश के करीबी लोगों ने उनके दिमाग में लालच भरना शुरू किया तो उनके विरोध प्रदर्शन में दरार आने लगी. इन तीनों ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व प्रमुख शरण सिंह पर अपने कार्यकाल के दौरान महिला पहलवानों के साथ यौन उत्पीड़न का आरोप लगया था और मामला दिल्ली की अदालत में चल रहा है.
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