Haryana News: भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष संजय सिंह की भारतीय पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के कांग्रेस में शामिल होने पर प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि ये होना ही था, सर्वविदित है कि ये पूरा आंदोलन कांग्रेस के इशारे पर हो रहा था. इसके कर्ता-धर्ता दीपेंद्र सिंह हुड्डा थे. हुड्डा परिवार था. हरियाणा से ही इसकी चिंगारी लगाई गई थी.


संजय सिंह ने कहा, "इस विरोध की नींव उस दिन पड़ी थी, जब हमारे प्रधानमंत्री ने बृजभूषण शरण सिंह की तारीफ करते हुए कहा था कि कुश्ती सुरक्षित हाथों में है. पिछले 12 सालों में कुश्ती को इन्होंने बढ़ावा दिया है. ओलंपिक में कुश्ती के 4-5 मेडल आने वाले थे, आंदोलन करके उसमें भी बाधा पहुंचाई गई. ओलंपिक इयर में 2 साल में कुश्ती की कोई एक्टिविटी नहीं हुई, खिलाड़ी प्रक्टिस नहीं कर पाए, इस वजह से मेडल नहीं ला पाए. अब ये (विनेश-बजरंग) खेल का कुछ भी नहीं कर पाएंगे. अब जूनियर खिलाड़ी भी पूरे शबाब पर आ चुके हैं. वो अपनी प्रेक्टिस में लगे हैं. इनका कुछ भी असर हमारे कुश्ती संघ पर नहीं पड़ेगा."



विनेश फोगाट के कांग्रेस में जाने पर बृजभूषण शरण सिंह क्या बोले?
विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के कांग्रेस में शामिल होने पर पूर्व WFI अध्यक्ष और बीजेपी नेता बृजभूषण शरण सिंह की भी प्रतिक्रिया आई. उन्होंने कहा कि 8 जनवरी 2023 में जब जंतर-मंतर पर धरना प्रारंभ हुआ था तो मैंने पहले दिन कहा था कि यह खिलाड़ियों का आंदोलन नहीं है, इसके पीछे कांग्रेस है. विशेषकर भूपेंद्र हुड्डा, प्रियंका गांधी, राहुल गांधी. आज यह बात सच साबित हुई कि इस पूरे आंदोलन में जो हमारे खिलाफ षड्यंत्र के तहत किया गया उसमें कांग्रेस शामिल थी और इसका नेतृत्व भूपेंद्र हुड्डा कर रहे थे.


बता दें कि कांग्रेस में शामिल होने के बाद विनेश फोगाट को विधानसभा चुनाव के रण में भी उतारा गया है. उन्हें जुलाना विधानसभा सीट से टिकट दिया गया है.


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