Fire in Himachal Pradesh Forest: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में गर्मी बढ़ते ही जंगलों में आग लगने के मामलों में भी इजाफा हो गया है. राजधानी शिमला (Shimla) सहित प्रदेश के जंगल आग से धधक रहे हैं. 27 अप्रैल तक ही हिमाचल प्रदेश में आगजनी की 650 घटनाएं सामने आ गई हैं. 25 से 30 हजार हेक्टयर वन भूमि में आग भड़की, जिससे करोड़ों की वन संपदा जलकर राख हो गई है. सबसे ज्यादा आग बिलासपुर, शिमला, ऊना और कांगड़ा के जंगलों में लगी हुई है.
फिलहाल वन विभाग के साथ अग्निश्मन विभाग की गाड़ियां आग बुझाने में जुटी हुई हैं, लेकिन आग बुझाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है. हिमाचल प्रदेश में मार्च और अप्रैल माह के सूखे ने भी आग की घटनाओं में बढ़ोतरी की है. वन विभाग के डीएफओ अनीश शर्मा ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के जंगलों में 650 जगह आग की घटनाएं सामने आई हैं. ज्यादातर आग चीड़ के जंगलों में लगी है, जिसके पीछे या तो लोगों का लालच है या फिर जानबूझकर भी जंगलों को आग के हवाले किया जा रहा है.
'जंगलों को हो रहा बहुत नुकसान'
उन्होंने कहा कि लोग सोचते हैं कि जंगलों को आग लगाने से घास अच्छी उगेगी, साथ ही बारिश भी होती है, लेकिन ऐसी सोच से जंगलों को ही नुकसान पहुंच रहा है. गर्मियों के मौसम में हिमाचल प्रदेश में करोड़ों की वन संपदा आग की भेंट चढ़ जाती है. कई जीव-जंतु अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं. पहाड़ में कई क्षेत्र ऐसे हैं, जहां गाड़ियां तक नही पहुंच पाती हैं. ऐसे में गर्मियों के मौसम में आग से जंगलों को खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है.
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