Dharamshala News: धर्मशाला में बोले आरएसएस चीफ मोहन भागवनत - 40,000 साल से भारत में सभी लोगों का डीएनए एक जैसा है
Dharamshala News: धर्मशाला: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार पर संघ का कोई नियंत्रण नहीं है.
धर्मशाला: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने शनिवार को कहा कि केंद्र में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार पर संघ का कोई नियंत्रण नहीं है. उनके पास अलग-अलग कार्यकारी, अलग-अलग नीतियां, अलग-अलग काम करने के तरीके हैं. विचार और संस्कृति संघ के हैं और ये प्रभावी है. साथ ही मुख्य लोग सरकार में काम कर रहे हैं, वो संघ के हैं और रहेंगे. बता दें कि मोहन भागवत ने ये बयान धर्मशाला में पूर्व सैनिकों के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दिया था.
हेलिकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वालों के लिए रखा मौन
वहीं उन्होंने तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलिकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वाले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 12 सशस्त्र बलों के जवानों के निधन पर दुख और संवेदना व्यक्त की और एक मिनट का मौन रखा. शनिवार शाम धर्मशाला में हुए कार्यक्रम में करीब एक हजार पूर्व सैनिकों ने शिरकत की. आरएसएस प्रमुख ने उनसे संघ के बारे में और जानने का आग्रह किया.
संघ सिर्फ संसद नहीं चलाते, समाज को भी साथ ले जाते हैं - भागवत
सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि, सरकारें हमारे खिलाफ थीं. हमेशा विरोध होता रहा है. संघ सभी बाधाओं को पार करके 96 सालों से चल रहा है और चूंकि इतने सारे स्वयंसेवक तैयार हो रहे हैं इसलिए वो चुप नहीं बैठेंगे या बेकार नहीं बैठेंगे. समाज में जहां कहीं भी काम करने की आवश्यकता होती है, वो हमेशा तैयार रहते हैं. स्वयंसेवकों द्वारा किए गए कार्य ये साबित करते हैं कि वो सिर्फ संसद नहीं चलाते हैं, वो समाज के लोगों को अपने साथ ले जाते हैं, वो स्वतंत्र और स्वायत्त हैं. आरएसएस प्रमुख ने जोर देकर कहा कि संघ बिना किसी प्रचार, आर्थिक बल या सरकारी सहायता के लगातार समाज के लिए काम कर रहा है.
सभी भारतीयों को डीएनए एक है
मोहन भागवत ने शनिवार को कहा कि सभी भारतीयों का डीएनए एक जैसा होता है. उन्होंने कहा 40,000 साल पहले के भारत के सभी लोगों का डीएनए वही है जो आज के लोगों का है. हम सभी के पूर्वज एक हैं, उन्हीं पूर्वजों के कारण हमारा देश फला-फूला, हमारी संस्कृति बनी रही.
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