हिमाचल में दो महीने के अंदर सड़क दुर्घटनाओं में 107 लोगों की मौत, इस जिले में हुआ सबसे ज्यादा नुकसान?
Himachal Road Accidents: हिमाचल प्रदेश में 27 जून से लेकर अब तक सड़क दुर्घटनाओं (Road Accidents) में 107 लोगों की जान जा चुकी है. हिमाचल के जिला कांगड़ा में मौत की सबसे ज्यादा घटनाएं हुई.
Himachal Pradesh Road Accidents: मानसून सीजन के दौरान न सिर्फ बारिश ने लोगों की परेशानी बढ़ाई, बल्कि इस दौरान अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं की वजह से कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. हिमाचल प्रदेश की बात करें तो 27 जून से लेकर अब तक अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में कुल 107 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. सड़क दुर्घटना में जान गंवाने वाले सबसे ज्यादा 20 लोग जिला कांगड़ा से हैं.
इसके अलावा, हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में सात, चंबा में आठ, हमीरपुर में चार, किन्नौर में दो, मंडी में 13, शिमला में 15, सिरमौर में छह, सोलन में 18 और ऊना में छह लोगों की जान सड़क दुर्घटना में गई. साथ ही अगर अन्य घटनाओं पर नजर डाली जाए, तो लैंडस्लाइड से पांच, फ्लैश फ्लड से आठ, बादल फटने से 22, डूबने से 26, सांप के काटने से 20, बिजली के करंट से 15 और खाई में गिरने से 36 लोगों की मौत हुई.
अन्य घटनाओं में भी आठ लोगों की जान गई. इस तरह राज्य के 140 लोगों की जान मानसून सीजन के दौरान अलग-अलग हादसों में चली गई.
416 कच्चे और पक्के मकानों को हुआ नुकसान
हिमाचल प्रदेश में हुई अलग-अलग दुर्घटनाओं में 374 लोग घायल हुए. इसके अलावा, कुल 59 पक्के घर और 76 कच्चे घर क्षतिग्रस्त हुए. राज्य में 109 पक्के घर और 307 कच्चे घर आंशिक तौर पर नुकसान हुआ है. राज्य में 57 दुकानों, 31 लेबर शेड और 415 पशु घरों को नुकसान पहुंचा.
राजस्व विभाग के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में अब तक सरकारी संपत्ति को 1,21,264.16 लाख रुपए का नुकसान हो चुका है. राज्य में बादल फटने की वजह से 83 मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गए, जबकि 38 मकान को आंशिक तौर पर नुकसान हुआ. इन घटनाओं में 17 दुकान और 23 पशुघर के नुकसान के साथ 149 पशुओं की भी जान गई. हिमाचल प्रदेश में 37 भूस्खलन की घटनाओं में तीन लोगों की जान गई. जबकि पांच लोग घायल हुए. भूस्खलन से एक मकान भी क्षतिग्रस्त हुआ.