Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश अग्निशमन विभाग में खाली पड़े हैं 448 पद, बीते पांच साल में आग की घटनाओं से अरबों रुपये का नुकसान
हिमाचल प्रदेश के अग्निशमन विभाग में कुल 448 पद खाली पड़े हुए हैं. मौजूदा वक्त में हिमाचल प्रदेश अग्निशमन विभाग में कुल 748 अधिकारी और कर्मचारी सेवाएं दे रहे हैं.
Himachal Pradesh News: सर्दियों के मौसम में अक्सर हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के अलग-अलग इलाकों से आग लगने की घटनाएं सामने आती हैं. गर्मियों के मौसम में जंगलों की आग परेशानी बढ़ाती है. प्रदेश में आग की घटनाओं में हर साल करोड़ों रुपये का नुकसान होता है. इसी भयावह आग की वजह से कई परिवारों का जीवन तबाह हो जाता है.
हैरानी की बात है कि हिमाचल प्रदेश अग्निशमन विभाग (Himachal Pradesh Fire Department) में कुल 448 पद खाली पड़े हुए हैं. प्रदेश में डिविजनल फायर ऑफिसर के दो, स्टेशन फायर ऑफिसर के 57, फायर ऑफिसर के 18, लीडिंग फायरमैन के 20, फायरमैन के 373 और पंप ऑपरेटर के 26 पद खाली पड़े हुए हैं.
बीते पांच साल में अरबों रुपये का नुकसान
मौजूदा वक्त में हिमाचल प्रदेश अग्निशमन विभाग में कुल 748 अधिकारी और कर्मचारी सेवाएं दे रहे हैं. इसके अलावा 711 होमगार्ड भी विभाग की मदद करते हैं. अगर बीते पांच साल के आंकड़ों पर नजर डाली जाए, तो प्रदेश भर में आग की घटनाओं की वजह से अरबों रुपये का नुकसान हो चुका है. साल 2018 से 2022 तक 10 लोगों ने अलग-अलग घटनाओं में अपनी जान भी गवा दी. साथ ही आग की इन घटनाओं में 26 लोग घायल भी हुए. अग्निशमन विभाग के सामने ग्रामीण इलाकों में आग बुझाने की बड़ी चुनौती रहती है.
ग्रामीण इलाकों तक पहुंचना बड़ी चुनौती
आग लगने की सूचना मिलते ही पहले तो अग्निशमन विभाग के सामने ग्रामीण इलाकों में पहुंचना मुश्किल हो जाता है. वहीं, इसके बाद आग बुझाने के लिए पानी की उपलब्धता भी एक बड़ी चुनौती बन जाती है. हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में ज्यादातर मकान लकड़ी से बने होते हैं. ऐसे में आग ज्यादा तेजी से फैलती है. जब तक अग्निशमन विभाग मौके पर पहुंचता है, तब तक ज्यादातर घरों का नुकसान हो चुका होता है. मौजूदा वक्त में अग्निशमन विभाग के पास प्रदेश भर में अलग-अलग श्रेणी की कुल 235 गाड़ियां उपलब्ध हैं.
किस साल में आग लगने की कितनी घटनाएं?
वहीं बात बीते पांच साल में आग लगने की घटनाओं की करें, तो साल 2018 में 3 हजार 520, 2019 में 2 हजार 594, 2020 में 1 हजार 991, 2021 में 3 हजार 239 और 2022 में 4 हजार 339 आग लगने की घटनाएं सामने आई हैं.
किस साल में कितना नुकसान?
- साल 2018- 70,86,74,700 रुपये.
- साल 2019- 72,18,90,200 रुपये.
- साल 2020- 84,20,16,400 रुपये.
- साल 2021- 51,94,65,500 रुपये.
- साल 2022- 74,41,52,600 रुपये.