Shimla Landslide Update: हिमाचल प्रदेश में इस सीजन की मानसून की बारिश ने वह जख्म दिए हैं, जिसे कभी बुलाया नहीं जा सकेगा. 14 अगस्त के दिन सावन के महीने के आखिरी सोमवार के दिन बड़ी संख्या में लोग भगवान शिव के दर पर शीश नवाने पहुंचे थे. यहीं एक ही परिवार के साथ लोग भी भगवान शिव के दर्शन के लिए पहुंचे थे. इसमें दादा-दादी, मां-पिता के साथ आठ साल, चार साल और डेढ़ साल की बेटियां भी थी. शिव मंदिर के नजदीक रहने वाला अमन शर्मा (34) और अर्चना शर्मा (32) का पूरा परिवार सावन के आखिरी सोमवार में भगवान शिव के दर्शन करने के लिए पहुंचा था. तभी अचानक भूस्खलन की वजह से पूरा पहाड़ दर कर मंदिर के ऊपर आ गया. इसी भूस्खलन की चपेट में यह पूरा परिवार आ गया.


परिवार का रो-रोकर बुरा हाल


एक ही परिवार के सात लोगों के साथ छोड़कर चले जाने के बाद परिवार में मातम का माहौल है. जो परिवार सोमवार सुबह तक खुशहाली का जीवन जी रहा था, वहां अब एक अजीब-सा सन्नाटा पसरा हुआ नजर आ रहा है. परिवार के पांच लोगों के शव बरामद हो चुका है, जबकि दो की तलाश अब भी जारी है. परिवार के लोग अब सिर्फ अपनों को आखिरी बार देखने की चाह लिए बैठे हुए हैं. परिवार के लोगों ने यह कभी नहीं सोचा था कि शिव मंदिर में पूजा करने गया यह पूरा खुशहाल परिवार कभी वापस ही नहीं लौट सकेगा.



मलबे की चपेट ने आए 20 से ज्यादा लोग


सोमवार को शिमला के समरहिल इलाके में हुए भारी भूस्खलन की चपेट में 20 से ज्यादा लोग दब गए. इनमें 13 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं. अन्य की तलाश अभी जारी है. 13 शवों में से 12 की शिनाख्त हो चुकी है, जबकि एक शव की अब भी पहचान नहीं हो सकी है. मौके पर भारतीय सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, फायर ब्रिगेड और शिमला पुलिस के जवान रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं.