Shimla News: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) का प्रदर्शन उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सका. विधानसभा चुनाव में लगे झटके के बाद अब आम आदमी पार्टी नगर निगम शिमला के चुनाव में जोर आजमाइश करने जा रही है. AAP नगर निगम शिमला की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर चुकी है. भले ही आम आदमी पार्टी का संगठन अभी प्रदेश के साथ शिमला में कांग्रेस (Congress) और बीजेपी (BJP) के मुकाबले कमजोर हो, लेकिन आम आदमी पार्टी दोनों ही दलों का सियासी खेल बिगाड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली है.
आम जनता के मुद्दे को लेकर चुनाव में उतरेगी AAP
हिमाचल आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष सुरजीत ठाकुर ने एबीपी न्यूज के साथ बातचीत में बताया कि आम आदमी पार्टी चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है. विधानसभा चुनाव में भले ही परिणाम उनके पक्ष में न रहे हो, लेकिन वो मानते हैं कि उन्होंने हिमाचल प्रदेश की जनता के मुद्दों को चुनाव में उठाने का काम किया. सुरजीत ठाकुर ने कहा कि यदि आम आदमी पार्टी हिमाचल प्रदेश में चुनाव न लड़ती, तो कांग्रेस आम जनता के लिए ऐसी 10 गारंटियां लेकर न आती, जो वो आम आदमी पार्टी की एंट्री के बाद लेकर आई. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी लगातार आम जनता की आवाज को लेकर मुखरता से काम कर रही है और नगर निगम शिमला के चुनाव में भी आम आदमी पार्टी आम जनता के मुद्दों को लेकर चुनाव में उतरेगी.
'शिमला शहर की समस्याएं ज्यों की त्यों'
हिमाचल आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष सुरजीत ठाकुर ने कहा कि लंबे समय से नगर निगम शिमला पर कांग्रेस-बीजेपी का राज रहा. लेकिन आज भी शिमला की समस्याएं ज्यों की त्यों बनी हुई हैं. प्रदेश में शिमला शहर में सफाई, पीने के पानी की कमी और पार्किंग जैसी समस्याएं आज भी जनता को परेशान करती हैं. ऐसे में आम आदमी पार्टी आम जनता को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए चुनावी रण में उतरेगी. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी संगठन को मजबूत करने के लिए काम कर रही है और दोनों ही दलों को चुनाव में कड़ी टक्कर देने वाली हैं.
हिमाचल आम आदमी पार्टी के प्रभारी जगदीप कंबोज गोल्डी 8 अप्रैल से शिमला दौरे पर रहेंगे. वो शिमला के सभी वार्डों में जाकर आम आदमी पार्टी के लिए प्रचार की शुरुआत करेंगे. आम आदमी पार्टी का सारा फोकस केजरीवाल मॉडल पर रहने वाला है. दिल्ली में शिक्षा और स्वास्थ्य मॉडल के क्षेत्र में बेहतरीन काम का दावा करने वाली आम आदमी पार्टी एक बार फिर केजरीवाल के चेहरे पर नगर निगम शिमला चुनाव में उतरेगी. हालांकि इस चुनाव में अरविंद केजरीवाल के नाम का फैक्टर काम करने की उम्मीद न के बराबर है. आम आदमी पार्टी कांग्रेस-बीजेपी के पुराने चेहरों के मुकाबले नए चेहरों को मैदान में उतारेगी. पार्टी कोशिश करेगी कि दोनों सियासी दलों की एंटी इनकंबेंसी को अपने पक्ष के वोटों में तबदील किया जा सके.
कांग्रेस बोली- 'आम आदमी पार्टी लड़ाई में नहीं'
वहीं, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के मीडिया सलाहकार नरेश चौहान का कहना है कि चुनाव में मुकाबला कांग्रेस-बीजेपी के बीच है. यहां आम आदमी पार्टी लड़ाई में दूर-दूर तक नजर नहीं आएगी. हिमाचल बीजेपी के महामंत्री राकेश जम्वाल का कहना है कि आम आदमी पार्टी नगर निगम शिमला चुनाव में कैसा प्रदर्शन करेगी, इसका नमूना तीन महीने पहले विधानसभा चुनाव में मिल चुका है. आम आदमी पार्टी ने हिमाचल प्रदेश की जनता को बरगलाने की कोशिश की, लेकिन जनता उनकी बातों में नहीं आई. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का मुकाबला कांग्रेस के साथ है और वह अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं.