Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश में युवाओं के बीच ड्रग्स का बढ़ता प्रचलन चिंता का विषय बना हुआ है. पंजाब (Punjab) के बाद हिमाचल प्रदेश में सबसे ज्यादा नशा फैला हुआ है. इसे लेकर सरकार भी चिंतित है. प्रदेश सरकार में उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री (Mukesh Agnihotri) बार-बार नशा माफियाओं को जेल की सलाखों के पीछे डालने की बात कर रहे हैं. इस बीच अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) से मांग उठाई है कि प्रदेश में नशे से लड़ाई के खिलाफ विशेष कमेटी का गठन किया जाए.
शिमला में पत्रकार वार्ता कर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने सरकार से विशेष कमेटी के गठन की मांग की है. एबीवीपी हिमाचल प्रांत मंत्री आकाश नेगी ने कहा कि प्रदेश में युवाओं के बीच नशे का बढ़ता प्रचलन चिंता का विषय है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने हाल ही में प्रदेश के 406 गांव का दौरा किया. प्रदेश के इन गांव में से एक भी गांव ऐसा नहीं था, जहां नशा न पहुंचा हो. उन्होंने कहा कि पहले नशे को केवल शहरी इलाकों की समस्या समझ जा रहा था, लेकिन अब यह समस्या ग्रामीण इलाकों तक पहुंच चुकी है. ऐसे में जरूरत है कि नशे को खत्म करने के लिए संवेदनशीलता के साथ काम किया जाए.
CM सुक्खू की अध्यक्षता में कमेटी गठन की मांग
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रांत मंत्री आकाश नेगी ने कहा कि एबीवीपी सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर नशे के खिलाफ लड़ाई लड़ेगी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया जाना चाहिए. यह कमेटी प्रदेश में नशा खत्म करने के लिए कम करे. उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अपने स्तर पर भी एक कमेटी का गठन करने जा रही है. यह कमेटी युवाओं को नशे के दुष्प्रभाव के प्रति जागरूक करेगी.
यूथ क्लब और महिला मंडलों का लिया जाएगा सहयोग
आकाश नेगी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में युवाओं का नशे की चपेट में आना गंभीर विषय है. पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश के विकास की राह में भी यह रोड़ा है. उन्होंने कहा कि आज प्रदेश का युवाओं को पढ़ाई-लिखाई के साथ खेल और अन्य क्षेत्रों में आगे बढ़ाने की जरूरत है. आकाश नेगी ने बताया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ग्रामीण इलाकों में युवा मंडलों और महिला मंडलों के सहयोग से कमेटी का गठन कर नशे के खिलाफ लड़ाई लड़ेगी.
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