Ambedkar Jayanti 2024: भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है. लोकतंत्र की मजबूती के पीछे मजबूत संविधान है. आज (14 अप्रैल) देशभर में धूमधाम से संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की जयंती मनायी जा रही है. हिमाचल प्रदेश में भी बाबा साहेब को याद किया गया. राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने शिमला के चौड़ा मैदान स्थित संविधान निर्माता बाबा साहेब की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की. राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने अपने संबोधन में बाबा साहेब के योगदान को याद किया. 


राज्यपाल ने भीमराव आंबेडकर की जयंती पर अर्पित किये श्रद्धा के फूल


राज्यपाल ने कहा कि बाबा साहेब ने समाज सुधार की दिशा में सकारात्मक कदम उठाये. देश के लिए बाबा साहेब का जीवन प्रेरणा का स्रोत है. संविधान तैयार करने में बाबा साहेब के योगदान को भूलाया नहीं जा सकता. उन्होंने दलितों का जीवन स्तर भी ऊपर उठाया. समाज सुधारक के तौर पर दलित वर्गों की आवाज को मुखरता से उन्होंने उठाया. बाबा साहेब का सामाजिक क्षेत्र में आंदोलन बड़ा सफल हुआ. राज्यपाल ने कहा कि बाबा साहेब आंडेबकर ने गरीबों और वंचितों के सामाजिक-आर्थिक उत्थान की चिंता में जीवन समर्पित किया. राज्यपाल ने भीमराव आंबेडकर के भाईचारे की भावना और सामाजिक न्याय को आत्मसात करने पर बल दिया.






बाबा साहेब के जीवन से सीख लेने की आवश्यकता-मुख्यमंत्री सुक्खू 


मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी बाबा साहेब को जयंती पर याद किया. उन्होंने कहा कि पूरा देश बाबा साहेब के योगदान का ऋणी रहेगा. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर धाकड़ कानून के जानकार थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को बाबा साहेब के जीवन से सीख लेने की आवश्यकता है. बाबा साहेब आंबेडकर के विचार आज भी प्रासंगिक हैं. उन्होंने दलितों के उत्थान में जीवन समर्पित कर दिया. 


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