Himachal News: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू दिल्ली दौरे पर हैं. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि हिमाचल प्रदेश में स्थिति कुछ हद बेहतर हुई है. सरकार स्थिति पर नियंत्रण पाने में सफल रही. सरकार ने समय रहते स्थिति पर नियंत्रण हासिल कर लिया. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी बाढ़ जैसे मुद्दे पर भी राजनीति कर रही है. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर को यह सोचना चाहिए कि आखिर बादल फटने का पहले कैसे पता लगाया जा सकता है? क्या इससे संबंधित कोई विभाग है? अगर है, तो वह है केंद्र सरकार के अधीन आने वाला मौसम विज्ञान केंद्र. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि भूस्खलन का पहले पता नहीं चला लगाया जा सकता है. यह कहीं भी हो सकता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा के बीच राजनीति करना दुर्भाग्यपूर्ण है.
'सरकार का ध्यान आपदा से निपटने पर
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि प्रदेश को अब तक तबाही की वजह से 10 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. प्रदेश में 335 लोगों की जान जा चुकी है. इसके अलावा कई लोग लापता भी हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने आर्थिक बदहाली के बावजूद हिमाचल प्रदेश में प्रभावित लोगों तक मदद पहुंचाने का काम किया. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भाजपा सांसदों पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी आपदा के बीच राजनीति करती रही है. क्या भाजपा का कोई नेता प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से मिलने गया? क्या भारतीय जनता पार्टी के सांसदों ने हिमाचल प्रदेश के लिए कोई मदद मांगी? उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष भी सवाल खड़े कर रहे हैं. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष के हर सवाल का जवाब विधानसभा सत्र के दौरान दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकार का ध्यान फिलहाल सिर्फ लोगों को राहत पहुंचाने पर है.
हिमाचल में 335 लोगों की गई जान
हिमाचल प्रदेश में 24 जून से लेकर अब तक 8014.61 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. प्रदेश में 335 लोग अपनी जान गवा चुके हैं. इसके अलावा 324 लोग अलग-अलग घटनाओं में घायल भी हुए. प्रदेश भर में अभी 37 लोग लापता हैं. भारी बारिश ने 2 हजार 022 घरों को पूरी तरह तबाह कर दिया. इसके अलावा 9 हजार 615 घरों को आंशिक तौर पर नुकसान हुआ है. प्रदेश में 296 दुकान और 4 हजार 453 पशु घर बह गए. हिमाचल में 24 जून से लेकर अब तक 113 भूस्खलन और 58 फ्लैश फ्लड की घटनाएं भी रिकॉर्ड की गई हैं.