Himachal Pradesh News: पहाड़ की खूबसूरती भी पहाड़ होती है और पहाड़ की समस्याएं भी पहाड़ होती है. पहाड़ जैसी समस्याओं को पार पाने के लिए पहाड़ के लोगों का जज्बा भी पहाड़ जैसा होता है. ऐसा ही जज्बा कांगड़ा की रहने वाली अंजली शर्मा ने दिखाया है. जिला कांगड़ा के मुख्यालय धर्मशाला के साथ लगते गमरु की रहने वाली अंजली ने दक्षिण अफ्रीका की किलीमंजारो चोटी (Kilimanjaro) को गद्दी परिधान पहनकर फतेह कर दिया. अंजली पहली ऐसी महिला बनी है जिसने लुआंचढ़ी पहनकर चोटी पर चढ़ाई की है.
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने अंजली शर्मा की इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर की है. इसके साथ ही गद्दी एजुकेशन मिशन सपोर्ट परिवार ने अंजली शर्मा को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है. धर्मशाला के गमरु की रहने वाली अंजली शर्मा पहाड़ों की चोटियों पर गद्दी संस्कृति को प्रमोट करने का काम कर रही हैं. अंजली शर्मा ने 15 साल की आयु में ही 5 हजार 289 मीटर ऊंची चोटी को पहले ही प्रयास में फतेह कर लिया था. इसके बाद अंजली शर्मा हनुमान टिब्बा और देओ को भी पार कर चुकी हैं.
गद्दी परिधान पहनकर छोटी पार की
हिमाचल प्रदेश की बेटी अंजली शर्मा की इस उपलब्धि पर प्रदेश भर में उनकी तारीफ हो रही है. अपनी संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए अंजली शर्मा का यह कदम युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है. जिन पहाड़ियों को फतह करने के लिए एडवांस ड्रेस की जरूरत होती है, उसे अंजलि ने गद्दी परिधान में पार कर लिया. पारंपरिक परिधान में चोटी को पार करने वाली अंजली शर्मा पहली लड़की बनी हैं. हिमाचल प्रदेश की इस बेटी पर पूरा देश गर्व कर रहा है.