(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Bharmaur MLA News: जनसभा छोड़ बच्चे का चेकअप करने लगे MLA डॉ. जनकराज, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
हिमाचल प्रदेश में भरमौर से MLA डॉ. जनक राज राजनितिक सभा छोड़कर बच्चे का स्वास्थय देखने पहुंच गए. वीडियो सोशल मीडिया पर इसकी वायरल है. जनक राज चुनाव प्रचार के दौरान भी मरीजों की रिपोर्ट देखते रहे हैं.
Bharmaur MLA News: हिमाचल प्रदेश में डॉक्टरी छोड़ राजनीति में आए डॉ. जनक राज आए दिन अपने राजनीतिक कार्यक्रमों के दौरान लोगों का चेकअप करते हुए नजर आ रहे हैं. रविवार को एक बार फिर डॉ. जनक राज चंबा के सलूणी इलाके में छह साल के नन्हे बच्चे का चेकअप करते नजर आए. यहां डॉ. जनक राज बीजेपी चंबा मंडल की बैठक में पहुंचे थे. बैठक के दौरान एक महिला ने डॉक्टर से विधायक बने जनक राज से अपने बच्चे का स्वास्थ्य देखने का आग्रह किया.
इसके बाद भरमौर के विधायक डॉ. जनक राज अपनी राजनितिक सभा छोड़कर बच्चे को देखने के लिए पहुंच गए. यह छोटा बच्चा दिमागी और शारीरिक रूप से अक्षम है. डॉ. जनक राज ने बच्चे की रिपोर्ट चेक की. डॉक्टर विधायक ने बच्चे के लिए जरूरी दवा भी लिखी. डॉ. जनक राज ने बच्चे का जरूरी इलाज कराने के भी निर्देश दिए हैं. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि बच्चे को जब भी जरूरत होगी, तो डॉ. जनक राज उसकी मदद के लिए मौजूद रहेंगे.
चुनाव प्रचार के दौरान भी देखते रहे मरीजों की रिपोर्ट
इससे पहले हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान भी डॉ. जनक राज लोगों का इलाज करते हुए देखे गए थे. डॉ. जनक राज प्रचार के दौरान ही लोगों की टेस्ट रिपोर्ट देखकर उन्हें दवा लिख देते थे. चुनाव प्रचार के दौरान इलाज का वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था. गौरतलब है कि चंबा हिमाचल प्रदेश का जनजातीय जिला है. यहां लोगों को मूलभूत सुविधाओं को पाने के लिए भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है. ऐसे में जब अपना विधायक ही स्वास्थ्य के क्षेत्र में विशेषज्ञ है, तो जनता इसका भी फायदा लेने की कोशिश कर रही है.
सरकार से मांगी है ऑपरेशन की परमिशन
बता दें कि जिला चंबा के भरमौर विधानसभा से बीजेपी विधायक डॉ. जनक राज ने सुक्खू सरकार से सरकारी अस्पतालों में नि:शुल्क सेवाएं देने की अनुमति मांगी है. इसे लेकर डॉ. जनक राज ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को पत्र भी लिखा है. इस पत्र में उन्होंने कहा है कि वे बिना किसी वेतन भत्ते के न्यूरो सर्जरी के मरीजों को सेवाएं देना चाहते हैं. हालांकि अब तक इस पत्र का विधायक को कोई जवाब नहीं मिला है.
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