Himachal Lok Sabha Election 2024: हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से बीजेपी ने अभिनेत्री कंगना रनौत को चुनावी मैदान में उतारा है. शुक्रवार को रोड शो के जरिए उन्होंने चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत की.
बीजेपी के बागियों और शाही परिवार की वजह से कंगना रनौत की राह मुश्किल हो सकती है. पूर्व शाही परिवार के वंशज महेश्वर सिंह ने आलाकमान से रनौत को टिकट देने संबंधी फैसले की समीक्षा करने को कहा है. महेश्वर सिंह बीजेपी हिमाचल के अध्यक्ष और तीन बार सांसद रह चुके हैं.
बागियों और शाही परिवार ने बढ़ायी मुसीबत
2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ चुके उम्मीदवार भी लामबंद हो गये हैं. उन्होंने रणनीति तैयार करने के लिए बैठक की. राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले कांग्रेस के बागी विधायक रवि ठाकुर को लाहौल और स्पीति से विधानसभा उपचुनाव का टिकट दिये जाने का भी विरोध शुरू हो गया है. बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री रामलाल मारकंडा ने समर्थकों के साथ पार्टी से इस्तीफा दे दिया. मारकंडा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘मैंने अपने समर्थकों के साथ बीजेपी का साथ छोड़ दिया है. उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ने की भी बात कही.’’
अब क्या करेंगी BJP प्रत्याशी कंगना रनौत?
उन्होंने कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ने का संकेत दिया. मंडी संसदीय क्षेत्र की 17 विधानसभा सीटों में आठ अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं. मंडी लोकसभा क्षेत्र में पूर्व शाही परिवारों का अच्छा-खासा प्रभाव रहा है.
शाही परिवार के वंशजों ने दो उपचुनावों सहित 19 चुनावों में से 13 में जीत हासिल की है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता महेश्वर सिंह ने आलाकमान से रनौत को टिकट देने संबंधी फैसले की समीक्षा करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि पार्टी में रनौत का ‘‘कोई योगदान नहीं है.’’
उन्होंने दावा कि बीजेपी की तरफ से टिकट दिये जाने का आश्वासन मिला था. सिंह ने शनिवार को कहा, ‘‘कंगना ने पार्टी में कोई योगदान नहीं दिया है. मंडी के लोग मुखर हो गए हैं और फैसले की समीक्षा करने की सोशल मीडिया पर मांग कर रहे हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘फैसले की समीक्षा करने पर बीजेपी आलाकमान के साथ बातचीत जारी है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पहले टिकट देने का वादा किया गया था.’’
रनौत को उम्मीदवार बनाये जाने की घोषणा के बाद महेश्वर सिंह के बेटे हितेश्वर सिंह ने बैठक की. बैठक में बीजेपी के पूर्व महासचिव राम सिंह और पूर्व विधायक किशोरी लाल समेत अन्य असंतुष्ट नेता भी शामिल हुए.
तीनों ने बीजेपी से टिकट नहीं मिलने के बाद 2022 का विधानसभा चुनाव निर्दलीय लड़ा था. कांग्रेस अध्यक्ष और मंडी की मौजूदा सांसद प्रतिभा सिंह पहले ही टिकट की रेस से बाहर हो गयी थीं. उन्होंने दावा किया था कि जमीनी स्थिति ठीक नहीं है और कार्यकर्ता निराश हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी एवं हिमाचल प्रदेश के पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह की मां प्रतिभा ने रनौत को बीजेपी का उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद अपने रुख में बदलाव किया है.
उन्होंने ‘‘कांग्रेस आलाकमान के निर्देशों का पालन करने की बात कही.’’ उन्होंने शुक्रवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा था, ‘‘पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से लोगों का भावनात्मक लगाव है और यही कारण है कि लोग हमेशा हमारे परिवार का समर्थन करते हैं और चाहते हैं कि परिवार का कोई सदस्य चुनाव में उतरे.’’ रनौत के लिए राहत की बात है कि कारगिल युद्ध के नायक एवं बीजेपी नेता खुशाल ठाकुर ने उम्मीदवारी का समर्थन किया है.
उन्होंने शनिवार को कहा, ‘‘मैं कंगना का समर्थन कर रहा हूं. मंडी संसदीय क्षेत्र में एक लाख से अधिक पूर्व सैनिक हैं.’’ रनौत ने पहली चुनावी सभा को संबोधित करते हुए खुद को मंडी के लोगों की ‘‘बेटी और बहन’’ बताया था.