Himachal News: इन दिनों हिमाचल प्रदेश आपदा से जूझ रहा है. प्रदेश के कई इलाकों में लगातार हो रही बारिश की वजह से तबाही का मंजर जारी है. इस बीच हिमाचल प्रदेश की राजनीति भी उसी तेजी से बरकरार है. हिमाचल भाजपा मीडिया प्रभारी करन नंदा ने कहा कि मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर को सोच-समझ बयानबाजी करनी चाहिए.


नंदा ने कहा कि जिस तरह कांग्रेस के नेताओं ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर (Jairam Thakur) पर टिप्पणी की है, वह निंदनीय है. उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति आपदा के बीच लगातार जनसेवा में दिन-रात लगा है, उन पर ऐसे आरोप लगाना अशोभनीय है. उन्होंने कहा कि अब ऐसा लगता है कि कांग्रेस नेता कौल सिंह ठाकुर वरिष्ठ तो हैं ही, पर वरिष्ठम होते-होते उनको राजनीतिक संन्यास ले लेना चाहिए. दरअसल भारतीय जनता पार्टी के मीडिया प्रभारी करन नंदा कौल सिंह ठाकुर की बढ़ती उम्र की ओर इशारा कर रहे थे.


नेता प्रतिपक्ष को दी नसीहत


करन नंदा ने कहा कि इस आपदा की घड़ी में राजनीति कौन क्या कर रहा है, यह जगजाहिर है. यह कांग्रेस नेताओं को जनता को समझाने की आवश्यकता नहीं है. जनता सब कुछ जानती है. कांग्रेस नेता लगातार भाजपा के पर टिप्पणियां कर जनता का ध्यान भटकने का प्रयास कर रहे हैं. पहले दिन से ही भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी का प्रदेश संगठन, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल और सभी नेताओं के नेतृत्व में नेता भाजपा कार्यकर्ता धरातल पर जाकर सेवा कार्य कर रहा है. उन्होंने कहा कि केंद्र आपदा को लेकर 361 करोड़ रुपए की राशि हिमाचल प्रदेश को दी जा चुका है. यह इस कांग्रेस सरकार को दिखता नहीं है. उन्होंने कांग्रेस के नेताओं को नसीहत दी कि जनता को गुमराह करने की कोशिश न करें.


जानिए क्या है पूरा मामला?


गौरतलब है कि पूर्व स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर और वन महकमे के मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर पर आपदा के वक्त राजनीति करने के आरोप लगाए थे. दोनों नेताओं ने कहा था कि आपदा के बीच जयराम ठाकुर राजनीति करने में लगे हुए हैं. कौल सिंह ठाकुर ने जिला मंडी में बादल फटने के बाद बाजार में बहकर आई वनों की लकड़ी को लेकर सवाल खड़े किए थे. इसी के बाद भारतीय जनता पार्टी के मीडिया प्रभारी करन नंदा ने दोनों नेताओं पर पलटवार किया.