Himachal Politics: हिमाचल में जयराम ठाकुर ने CM सुक्खू को घेरा, बोले- 'BJP को कोसना बंद करे सरकार'
Jairam Thakur Attacks On Sukhu Goverment: हिमाचल प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा है कि कांग्रेस सरकार बने एक साल का वक्त बीतने वाला है. ऐसे में अब सरकार को बीजेपी को कोसना बंद करना चाहिए.
Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर (Jairam Thakur) ने सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधा है. जयराम ठाकुर ने कहा कि एक साल तक सरकार चलाने के बाद सीएम सुक्खू हर रोज बीजेपी (BJP) का नाम लेकर जनहित के मुद्दों से मुंह नहीं मोड़ सकते. उन्होंने कहा कि सरकार को बने एक साल का वक्त हो गया है, लेकिन हर बात का ठीकरा बीजेपी पर फोड़ा जाता है.
जयराम ठाकुर ने कहा कि हाल ही में मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्यास बेसिन में आपदा के बाद सरकार ने क्रशर बंद कर दिए. इसकी वजह से आपदा प्रभावितों को कई गुना महंगे दामों पर सामान खरीदना पड़ा. अब सरकार दोबारा क्रशर खोलने की बात कर रही है.
तथ्यों पर बात करे सरकार- जयराम ठाकुर
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बिना तथ्यों की बयानबाजी से कुछ नहीं होने वाला है. सरकार को तथ्यों पर बात करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अनर्गल बयानबाजी से कुछ हासिल नहीं होगा. सरकार को तथ्यों पर बात कर दोषियों के खिलाफ नियमों के तहत कार्रवाई करनी चाहिए. दरअसल, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान कहा था कि प्रदेश में 68 क्रशर बिना वैलिड लीज के चल रहे थे. इससे प्रदेश सरकार को करीब 100 करोड़ रुपये का राजस्व का नुकसान हुआ. उन्होंने इस नुकसान के लिए पिछली बीजेपी सरकार को जिम्मेदार ठहराया था.
मेयर-डिप्टी मेयर का चुनाव न होने पर खड़े किए सवाल
नेता प्रतिपक्ष ने हिमाचल प्रदेश के चार नगर निगम में मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव न होने पर भी सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि यह नगर निगम के बेहद महत्वपूर्ण पद हैं. नियमों के अनुसार, एक भी दिन यह पद खाली नहीं रहने चाहिए. इससे जनहित के कामों में भी बाधा पैदा हो रही है. व्यवस्था अस्त-व्यस्त हुई हो चली है. सत्ता में आने के बाद नारा तो व्यवस्था परिवर्तन कर दिया गया था, लेकिन ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है. सरकार ने नगर निगम को आवंटित बजट भी वापस ले लिया. यह भी निगम के साथ सरासर अन्याय है. इन नगर निगम में जल्द से जल्द मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव होने चाहिए.