स्पीकर से नाराजगी या कुछ और? हिमाचल में सर्वदलीय बैठक से बीजेपी ने किया किनारा
Himachal Monsoon Session: हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक आयोजित हुई. इस बैठक में बीजेपी का कोई भी प्रतिनिधि नहीं पहुंचा.
Himachal Pradesh Politics: हिमाचल प्रदेश के विधानसभा के मानसून सत्र की शुरुआत मंगलवार से होने जा रही है. यह मानसून सत्र 27 अगस्त से शुरू होगा और 9 सितंबर तक चलेगा. इस सत्र में कुल 10 बैठकें प्रस्तावित हैं. मानसून सत्र की शुरुआत होने से पहले सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने सर्वदलीय बैठक बुलाई.
इस बैठक में संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान, उप मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया और मुख्य संसदीय सचिव मोहन लाल ब्राक्टा शामिल हुए. भारतीय जनता पार्टी की ओर से इस बैठक में नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर, विधायक सुखराम चौधरी और विधायक विनोद कुमार को शामिल होना था, लेकिन यह तीनों ही बैठक में नहीं पहुंचे. विपक्ष ने इस बैठक से किनारा कर लिया.
बैठक में शामिल नहीं हुआ विपक्ष
हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने बताया कि उन्होंने सदन में सुचारू संचालन के लिए नियमों के मुताबिक सर्वदलीय बैठक बुलाई थी. इस बैठक में सत्तापक्ष की ओर से तीन सदस्य शामिल हुए, लेकिन विपक्ष की ओर से कोई भी सदस्य बैठक में नहीं आया. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर का स्वास्थ्य ठीक नहीं है. विधायक सुखराम चौधरी हिमाचल प्रदेश से बाहर हरियाणा राज्य में हैं और विधायक विनोद कुमार के चाचा के देहांत की वजह से वह बैठक में नहीं पहुंच सके.
10 दिन तक चलेगा मानसून सत्र
हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि 10 दिन तक चलने वाले इस सत्र में सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्यों को चर्चा करने का मौका दिया जाएगा. इस सत्र के दौरान कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होगी. हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने बताया कि विधानसभा सचिवालय को 640 तारांकित प्रश्न मिले हैं. इनमें 516 ऑनलाइन और 124 प्रश्न ऑफलाइन आए हैं. इसके अलावा 296 अतारांकित हैं. इनमें 248 ऑनलाइन और 48 प्रश्न ऑफलाइन हैं. विधानसभा सचिवालय को नियम 62 के तहत सात, नियम 63 के तहत एक, नियम 101 के तहत 10, नियम 130 के तहत 20 और नियम 324 के तहत चार विषय प्राप्त हुए हैं.
स्पीकर से नाराजगी या कुछ और है वजह?
मानसून सत्र से पहले हुई सर्वदलीय बैठक में बीजेपी का शामिल न होना स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया से नाराजगी का बताया जा रहा है. भारतीय जनता पार्टी के विश्वास सूत्र ने बताया कि बजट सत्र के दौरान स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया का जिस तरह का रवैया रहा, उससे भारतीय जनता पार्टी के विधायक नाराज हैं. इसी वजह से बैठक में कोई भी नुमाइंदा शामिल नहीं हुआ. अगर स्पीकर निष्पक्षता से अपने कर्तव्य का निर्वहन करते, तो बीजेपी की ओर से कोई न कोई प्रतिनिधि जरूर इस बैठक में आता.
गलत परंपरा स्थापित कर रहा विपक्ष- चौहान
हिमाचल प्रदेश सरकार में संसदीय कार्यमंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि पहली बार मानसून सत्र में 10 बैठकर आयोजित होने जा रही हैं. इससे पहले सत्र में सिर्फ पांच से छह बैठकें ही आयोजित होती रही हैं. उन्होंने कहा कि सरकार विपक्ष के साथ समन्वय से चलना चाहता है, लेकिन विपक्ष एक नकारात्मक भूमिका निभा रहा है. उन्होंने कहा कि आज विपक्ष ने सर्वदलीय बैठक में न आकर एक गलत परंपरा स्थापित करने का काम किया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने विपक्ष में रहते हुए हमेशा ही लोकतांत्रिक परंपराओं का पालन किया, लेकिन भारतीय जनता पार्टी इससे पीछे हट रही है.
'कांग्रेस ने विफल किया बीजेपी का ऑपरेशन लोटस'
हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि बजट सत्र के दौरान बीजेपी ने कांग्रेस की सरकार गिराने की कोशिश की और कांग्रेस ने बीजेपी का ऑपरेशन लोटस बुरी तरह ध्वस्त कर दिया. ऐसे में बीजेपी को स्पष्ट तौर पर यह संदेश देना चाहते हैं कि किसी भी सूरत में उनका सरकार गिराने का सपना पूरा नहीं होगा. ऐसे में उन्हें जनता के आदेश के मुताबिक विपक्ष में बैठकर एक सकारात्मक भूमिका अदा करनी चाहिए.
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