Himachal Pradesh: हिमाचल विधानसभा की कैंटीन बनी 'अस्पताल', डॉक्टर विधायक ने समस्या सुनकर पर्चे पर लिख दी दवाई
MLA Janka Raj News: भरमौर से विधायक और पूर्व में आईजीएमसी के सीएमओ रहे डॉ. जनक राज ने हिमाचल पर्यटन निगम के कर्मचारी की पत्नी को चिकित्सीय परामर्श दिया और अगले महीने से दवा बंद करने के लिए भी कहा.
Himachal Pradesh Assembly: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन विधानसभा की कैंटीन अस्पताल में तबदील नजर आई. यहां भरमौर (Bharmour) से बीजेपी (BJP) विधायक डॉ. जनक राज (Janak Raj) चाय पीने के लिए पहुंचे थे, तभी एक हिमाचल प्रदेश पर्यटन निगम (Himachal Pradesh Tourism Corporation) कर्मचारी उनके पास अपनी समस्या लेकर आया. डॉ. जनक राज ने निगम कर्मचारी की दिक्कत को जाना और दवा लिखी. हिमाचल प्रदेश पर्यटन निगम का यह कर्मचारी कुलदीप कुमार बीते 25 साल से निगम में सेवा दे रहे हैं. कर्मचारी कुलदीप की पत्नी का न्यूरो का इलाज शिमला के एक निजी अस्पताल से चल रहा था. बीते कुछ दिनों से अस्पताल बंद है. ऐसे में कर्मचारी अपनी पत्नी की दवाओं को लेकर परेशान था.
कर्मचारी कुलदीप को पत्नी तबीयत की जानकारी लेने के लिए टांडा जाना था, लेकिन उनका शिमला स्थित विधानसभा में ही हो गया. भरमौर विधानसभा क्षेत्र से विधायक और पूर्व में इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज के मुख्य चिकित्सा अधिकारी रहे डॉ. जनक राज ने कर्मचारी की पत्नी को चिकित्सीय परामर्श दिया और अगले महीने से दवा बंद करने के लिए कहा. साथ ही भविष्य में जरूरत पड़ने पर निःसंकोच फोन पर या मिलकर परामर्श लेने की बात कही. विधानसभा सत्र के दौरान कर्मचारी कुलदीप कुमार कृषि मंत्री चंद्र कुमार के कार्यालय में अपनी सेवाएं दे रहे हैं.
विधायक ने सदन में भी उठाया मामला
इसके अलावा विधानसभा बजट सत्र के दूसरे दिन विधायक डॉ. जनक राज ने सदन में मरीजों को अस्पताल में मिलने वाली सुविधा का मामला सदन में उठाया. उन्होंने आयुष्मान भारत और हिम केयर योजना का लाभ जनता तक पहुंचाने की बात सदन के सामने रखी. डॉ. जनक राज ने सदन को बताया कि वे अपने स्तर पर कई मरीजों का हिम केयर कार्ड और आयुष्मान कार्ड बनाने में भी मदद कर रहे हैं.
चुनाव प्रचार के दौरान भी देखते रहे मरीजों की रिपोर्ट
इससे पहले हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान भी डॉ. जनक राज लोगों का इलाज करते हुए देखे गए थे. डॉ. जनक राज प्रचार के दौरान ही लोगों के की टेस्ट रिपोर्ट देखकर उन्हें दवा लिख देते थे. चुनाव प्रचार के दौरान इलाज का वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था. गौरतलब है कि चंबा हिमाचल प्रदेश का जनजातीय जिला है. यहां लोगों को मूलभूत सुविधाओं को पाने के लिए भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है. ऐसे में जब अपना विधायक ही स्वास्थ्य के क्षेत्र में विशेषज्ञ है, तो जनता इसका भी फायदा लेने की कोशिश कर रही है.
कांग्रेस सरकार से मांगी है ऑपरेशन करने की परमिशन
बता दें कि जिला चंबा के भरमौर विधानसभा से बीजेपी विधायक डॉ. जनक राज ने सुक्खू सरकार से सरकारी अस्पतालों में नि:शुल्क सेवाएं देने की अनुमति मांगी है. इसे लेकर डॉ. जनक राज ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को पत्र भी लिखा है. इस पत्र में उन्होंने कहा है कि वे बिना किसी वेतन भत्ते के न्यूरो सर्जरी के मरीजों को सेवाएं देना चाहते हैं. हालांकि, अब तक इस पत्र का विधायक को कोई जवाब नहीं मिला है.