Himachal News: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में बजट पर चर्चा के दौरान विपक्ष के सदस्य सतपाल सिंह सत्ती (Satpal Singh Satti) के संबोधन के दौरान सदन में जमकर ठहाके गूंजे. सतपाल सिंह सत्ती ने बजट के बहाने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) और उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री (Mukesh Agnihotri) को जमकर घेरने का काम किया.


आखिरी वक्त में मुख्यमंत्री की कुर्सी से चूके मुकेश अग्निहोत्री की सतपाल सिंह सत्ती ने सदन में मजेदार व्याख्या कर डाली. बीजेपी विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि प्रदेश भर में उप मुख्यमंत्री के पद की चर्चा है. जिला ऊना के लोग सोच रहे थे कि उनके सभी काम आसानी से हो जाएंगे. क्योंकि उनके इलाके के नेता उप मुख्यमंत्री बने हैं. सत्ती ने कहा कि उप मुख्यमंत्री को प्रोटोकॉल तो मिले हैं, लेकिन फिर भी वह बात नहीं है.


डिप्टी CM के पद की व्याख्या


सतपाल सिंह सत्ती ने मजाकिया अंदाज में कहा कि सर्दियों के वक्त जब भैंस तालाब में जाती है. इस दौरान ठंड लगने पर कुछ वक्त के लिए भैंस अपनी कमर में धूप सेंकने के लिए बाहर निकाल लेती है, तभी भैंस की पीठ पर मेंढक भी आकर बैठ जाते हैं. कुछ देर बाद भैंस पानी से बाहर चली जाती है और मेंढक तालाब का तालाब में ही रह जाता है. ऐसा ही यहां हुआ है, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आगे बढ़ गए और उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री पीछे रह गए. सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि जो नेता वीरभद्र सिंह से नहीं हारे, वे आखिर मुकेश अग्निहोत्री से कैसे हार जाते? सत्ती ने कहा कि मुकेश अग्निहोत्री बतौर नेता प्रतिपक्ष बेवजह ही पांच साल अपना और बीजेपी के विधायकों का बीपी हाई करते रहे.


'जनता के साथ कांग्रेस ने किया धोखा'


सतपाल सिंह सत्ती ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के बजट पर भी जमकर कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि बजट में कांगड़ा को पर्यटन राजधानी बनाने की बात कही जा रही है. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ बोलने में ही अच्छा लगता है. अगर थानेदार को एसपी बोल दिया जाएगा, तो उससे कोई फर्क नहीं पड़ता. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में आने से पहले जनता को झूठी गारंटी दी. महिलाओं को फॉर्म बांटे गए. कहा गया कि सत्ता में आते ही 1 हजार 500 रुपए की सहायता मिलना शुरू हो जाएगी. इसमें एक मिसकॉल कर नंबर दिया गया था. अब इस नंबर को मिलाया जाता है, तो फोन लगता ही नहीं.


'1500 देने के नाम पर महिलाओं से धोखा'


सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस के नेता अपनी जनसभाओं में महिलाओं को आर्थिक सहायता देने के बड़े-बड़े दावे और वादे किया करते थे, लेकिन अंत में महिलाओं को कुछ नहीं मिला. उन्होंने कहा कि सत्र की आखिरी बैठक 6 अप्रैल तक एक ऐसी महिला को कांग्रेस पार्टी सामने लेकर आए, जिसके खाते में 1 हजार 500 रुपए की राशि डाली गई हो. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सिर्फ और सिर्फ झूठ बोलने का काम किया है.


'एक लाख रोजगार का क्या हुआ?'


सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि रोजगार के नाम पर भी युवाओं के साथ मजाक किया गया. प्रतिज्ञा पत्र में पांच लाख रोजगार देने की बात कही गई थी. इस हिसाब से हर साल एक लाख रोजगार देने होंगे. उन्होंने कहा कि वह 11 दिसंबर, 2023 को मुख्यमंत्री से पूछेंगे कि आखिर एक लाख रोजगार दिए गए भी या नहीं.



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