HP Budget Session 2023: हिमाचल में ताले-जंजीर के साथ विपक्ष का प्रदर्शन, CM सुक्खू ने बीजेपी MLA सत्ती को गले लगाया
Himachal Budget Session 2023: हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के ऑफिस के बाहर प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस विधायकों ने भी बीजेपी का विरोध करने के लिए नारेबाजी की.
Himachal Pradesh Budget Session 2023: हिमाचल प्रदेश विधानसभा (Himachal Pradesh Assembly) के बजट सत्र के तीसरे दिन की कार्यवाही से पहले बीजेपी (BJP) विधायकों ने सदन के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर (Jairam Thakur) की अगुवाई में बीजेपी विधायक ताला और जंजीर लेकर विधानसभा में पहुंचे. इस दौरान विधायकों ने सदन के बाहर जमकर नारेबाजी की. बीजेपी विधायक दल के नेता जयराम ठाकुर ने सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार (Sukhvinder Singh Sukhu Government) को ताले वाली सरकार करार दिया. इसके बाद बीजेपी विधायकों ने विधानसभा में मुख्यमंत्री के कार्यालय के बाहर भी जमकर नारेबाजी की.
विधानसभा में सीएम ऑफिस के बाहर एक और दिलचस्प तस्वीर देखने को मिली. बीजेपी विधायकों की नारेबाजी के दौरान सीएम सुक्खू ने पूर्व बीजेपी अध्यक्ष और ऊना सदर के विधायक सतपाल सिंह सत्ती का गले लगा कर अभिवादन किया. सीएम सुक्खू के विधानसभा के ऑफिस के बाहर प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस विधायकों ने भी बीजेपी विधायकों का विरोध करने के लिए नारेबाजी की. इस दौरान कांग्रेस के विधायक बीजेपी विधायकों के खिलाफ ड्रामेबाजी बंद करो के नारे लगाए. नारेबाजी के बीच सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू जब बीजेपी विधायकों के पास पहुंचे, तो उन्होंने बीजेपी विधायक सतपाल सिंह सत्ती को गले लगा कर माहौल सामान्य करने की कोशिश की.
सीएम सुक्खू के जवाब से विपक्ष असंतुष्ट
इस दौरान जयराम ठाकुर ने कहा कि सीएम सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार प्रदेश में ताले वाली सरकार के नाम से मशहूर हो रही है. उन्होंने कहा कि सरकार बनने के बाद से सिर्फ और सिर्फ ताला लगाने का काम किया जा रहा है. पूर्व सीएम ने कहा कि सदन की कार्यवाही के दूसरे दिन नियम 67 के तहत चर्चा हुई. इस चर्चा में भी सीएम सुक्खू ने बिना तथ्यों के जवाब दिया और बातों को घुमाने की कोशिश की. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि संस्थान बंद करने के खिलाफ बीजेपी विधायक दल चुप नहीं बैठेगा और लगातार जनता की आवाज मुखरता से उठाएगा.
ये भी पढ़ें- HP: विधायक डॉ. हंसराज की चेतावनी, संस्थान नहीं खोले तो करूंगा 'आमरण अनशन'