Loksabha Elections 2024: देश में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए एक साल से भी काम का वक्त रह गया है. जहां देश भर में भाजपा कार्यकर्ताओं के जरिए आम जनता को जोड़ने की तैयारी कर रही है. वहीं, हिमाचल की राजधानी शिमला में कार्यकर्ता नाराज होकर अलग होते हुए नजर आ रहे हैं. दरअसल यह उन नाराज कार्यकर्ताओं का गुट है, जिन्हें हाल ही में संगठन में हुई नियुक्ति में उपयुक्त पद नहीं दिया गया. इसके अलावा इस गुट में वह कार्यकर्ता भी शामिल हैं, जो लंबे वक्त से पार्टी के लिए काम कर रहे हैं. लेकिन, उन्हें संगठन में कोई जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई. बूथ लेवल के बाद पन्ना प्रमुख के जरिए चुनाव में जीत हासिल करने की कोशिश में लगी भाजपा के लिए यह खबर चिंता का विषय है. बैठक में शिमला शहरी, शिमला ग्रामीण और कसुम्पटी के नाराज कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया.


कहां जुटे नाराज कार्यकर्ता?


शुक्रवार दोपहर भारतीय जनता पार्टी शिमला के नाराज कार्यकर्ता एक नामी होटल में एकत्रित हुए. यहां कार्यकर्ताओं ने पार्टी में हो रही अनदेखी को लेकर चर्चा की. बैठक में करीब 45 नाराज कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया. एबीपी न्यूज के पास बैठक में शामिल सभी कार्यकर्ताओं की सूची भी है. इस बैठक में ही मौजूद विश्वस्त सूत्र ने एबीपी न्यूज को बताया कि बैठक के बाद एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया गया है.


इस ग्रुप का नाम 'कमल का फूल' रखा गया है. ग्रुप में अन्य नाराज कार्यकर्ताओं को भी जोड़ने की नीति है. इसके अलावा यह गुट प्रदेश स्तर तक नाराज नेताओं के साथ संपर्क करने की तैयारी कर रहा है. भारतीय जनता पार्टी के जो पूर्व विधायक और वरिष्ठ कार्यकर्ता प्रदेश भर में नाराज हैं, उन्हें भी इस गुट के साथ जोड़ने की तैयारी है. बैठक में उदाहरण के तौर पर पूर्व भाजपा विधायक रमेश धवाला और रविंद्र सिंह रवि का नाम भी लिया गया. नाराज कार्यकर्ताओं की शिकायत है कि हाल ही में संगठन में जो नियुक्तियां हुई, उनमें वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की अनदेखी हुई है. इसके अलावा इन्हीं वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के बूथ से जो नई नियुक्ति हुई, उसके बारे में भी इन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई. नाराज कार्यकर्ताओं में एक ऐसा भी कार्यकर्ता शामिल है, जिसे पहले टीम में शामिल कर दिया गया. लेकिन, जब सूची आई तो इस सूची से उसका नाम ही गायब था.


PM मोदी के लिए करेंगे काम


शिमला भाजपा के नाराज कार्यकर्ताओं ने बैठक में तय किया कि वह पार्टी के खिलाफ कोई काम नहीं करेंगे. बैठक में तय हुआ है कि वह सब साल 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दोबारा जीत दिलवाने के लिए काम करेंगे. साथ ही आने वाले वक्त में भाजपा ने जो कार्यक्रम तय किए हैं, यह गुट भी वही कार्यक्रम अलग से आयोजित करवाएगा. अगले ही हफ्ते नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं का यह गुट वार्ड स्तर पर स्वच्छता अभियान चलाने की भी तैयारी कर रहा है. बैठक में यह भी तय हुआ कि जल्द ही सभी नाराज कार्यकर्ता नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और हिमाचल बीजेपी अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल से भी मुलाकात करेंगे. नाराज कार्यकर्ताओं का कहना है कि अपने नेताओं के सामने उन्हें अपनी बात रखने का पूरा अधिकार है और वे ऐसा ही करेंगे.


शिमला में भाजपा के ही चार गुट सक्रिय?


नाराज कार्यकर्ताओं ने शिमला बीजेपी में गुटबाजी पर चिंता जाहिर की. बैठक में चर्चा हुई कि शिमला में विधानसभा चुनाव के दौरान तो केवल दो ही गुट सक्रिय थे, लेकिन अब इन गुटों की संख्या बढ़कर चार हो गई है. नेता अपना फायदा देखने के लिए पार्टी को ही जाने-अनजाने नुकसान पहुंचा रहे हैं. अपने गुट को मजबूत करने में लगे चारों नेता ही शिमला शहरी विधानसभा क्षेत्र से भविष्य के विधायक की टिकट के दावेदार हैं.


भाजपा के लिए चिंता का सबब बनी बैठक


देश में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले हिमाचल भाजपा जहां हिमाचल की चारों सीट पर जीत का दावा कर रही है. वहीं, दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी के नाराज कार्यकर्ताओं का यह गुट संगठन के लिए चिंता बढ़ाने वाला है. भले ही कार्यकर्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जीत के लिए ही काम करने की बात कर रहे हो, लेकिन पार्टी से उनकी नाराजगी चिंता का गंभीर विषय है. बैठक में ही शामिल एक नाराज कार्यकर्ता ने दावा किया कि शिमला में ही ऐसे नाराज कार्यकर्ताओं की संख्या एक हज़ार से भी ज्यादा होगी.