Himachal Pradesh Politics: हिमाचल प्रदेश बीजेपी में नया बदलाव देखने को मिलेगा. बीजेपी ने उना में मंडल प्रेसिडेंट पद की जिम्मेदारी युवा नेताओं को देना फैसला किया है. ये वो नेता होंगे जिनकी उम्र 30 से 40 के बीच होगी. जबकि 60 साल से ऊपर के नेताओं को बीजेपी जिला अध्यक्ष नहीं बनाएगी. यह जानकारी बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और उना के विधायक सतपाल सिंह सत्ती (Satpal Singh Satti) ने दी है.
पीटीआई के मुताबिक सत्ती का कहना है कि इस फैसला का मकसद नेतृत्व में युवा चेहरे को लाना है ताकि पार्टी नई ऊंचाइयों को हासिल करे. यह पद मेहनती नेताओं को देने का फैसला किया गया है. सत्ती ने एक सवाल के जवाब में कहा कि वह बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष की रेस में नहीं है और नए नेताओं को मौका देने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि बीजेपी हाईकमान इस संबंध में फैसला लेगा. हम सभी उसे स्वीकार करेंगे.
जनाधार वाले युवाओं को मिलेगा मौका
बीजेपी के उना प्रदेश अध्यक्ष बाबीर चौधरी ने सतपाल सिंह सत्ती के बयान पर जोर देकर कहा कि पार्टी हाईकमान ने यह निर्णय लिया है और इस संबंध में चिट्ठी भेजी गई है. यह साफ किया गया है कि जिन युवा नेताओं का जनाधार है उन्हें बीजेपी आगे लाएगी.
उना में बीजेपी के सदस्यता अभियान में कौन है आगे
बाबीर चौधरी ने कहा कि पार्टी हाईकमान का मानना है कि युवाों को मौका देने से युवा शक्ति की भागीदारी बढ़ेगी और पार्टी को मजबूती मिलेगी. 15 दिसंबर तक मंडर अध्यक्ष के नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी जबकि जिला अध्यक्ष की नियुक्ति 30 दिसंबर को होगी. उना जिले में बीजेपी की सक्रिय सदस्यता के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि विधानसभा क्षेत्र गगरेट पहले स्थान पर है, उसके बाद कुटलैहड़ और उसके बाद सदर है, जबकि चिंतपूर्णी चौथे और हरोली पांचवें स्थान पर है.
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