Kangana Ranaut News: भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों की पांचवी लिस्ट जारी कर दी. इसमें हिमाचल प्रदेश के भी दो लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशियों के नाम घोषित किए गए हैं. मंडी संसदीय क्षेत्र से बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत चुनाव लड़ेंगी, जबकि कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से राजीव भारद्वाज को बीजेपी ने अपना प्रत्याशी बनाया है. कंगना रनौत मूल रूप से भांभला की रहने वाली हैं. यह इलाका मंडी संसदीय क्षेत्र के तहत आता है.
कंगना रनौत मंडी से लड़ेंगी चुनाव
लंबे वक्त से बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत के चुनाव लड़ने की चर्चा थी. अब इन चर्चाओं पर विराम लग गया है. इसी सीट से नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के भी चुनाव लड़ने की चर्चा थी, लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने लंबे वक्त से खुलकर पार्टी का समर्थन कर रहीं कंगना रनौत को अपना प्रत्याशी बनाया है.
साल 2021 के उपचुनाव में भी कंगना रनौत के मंडी से चुनाव लड़ने की चर्चा थी. हालांकि तब बीजेपी ने ब्रिगेडियर खुशाल सिंह (रिटायर्ड) को अपना प्रत्याशी बनाया था.
कंगना खुलकर करती आई हैं बीजेपी का समर्थन
पिछले साल 17 दिसंबर को ही कंगना रनौत ने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से मुलाकात की थी. जगत प्रकाश नड्डा खास तौर पर कंगना रनौत के घर पर मुलाकात करने के लिए पहुंचे थे. इससे पहले भी गुजरात के द्वारकाधीश मंदिर में जब कंगना रनौत दर्शन करने के लिए गई थीं, तो उन्होंने चुनाव लड़ने के संकेत दिए थे.
कंगना रनौत भारतीय जनता पार्टी की सक्रिय सदस्य तो नहीं हैं, लेकिन वह अपने बयानों से लगातार बीजेपी का समर्थन करती हुई नजर आती हैं. वह सार्वजनिक मंचों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की भी तारीफ करती रही हैं. लंबे वक्त से उन्हें मंडी से उम्मीदवार बनाने की चर्चा थी.
सिर्फ 37 साल है कंगना रनौत की उम्र
37 साल की कंगना रनौत का जन्म 23 मार्च, 1987 को हिमाचल प्रदेश के भांबला में एक राजपूत परिवार में हुआ. उनके पिता का नाम अमरदीप रनौत और मां का नाम आशा रनौत है. उनकी एक बड़ी बहन भी हैं, जिनका नाम रंगोली है. कंगना का एक छोटा भाई है, जिसका नाम अक्षत है. कंगना रनौत ने अपनी स्कूली शिक्षा डीएवी स्कूल चंडीगढ़ से की है.
उनके माता-पिता चाहते थे कि कंगना डॉक्टर बने, लेकिन कंगना ने 16 साल की उम्र में ही मॉडलिंग की राह अख्तियार कर ली. इसके बाद उन्होंने बॉलीवुड में अपना नाम चमकाया. कोरोना काल के दौरान जब कभी कंगना रनौत और महाराष्ट्र की तत्कालीन उद्धव ठाकरे की सरकार की आपस में ठनी, तब हिमाचल में जयराम ठाकुर के नेतृत्व वाली सरकार ने कंगना रनौत का खुलकर समर्थन किया था.