Himachal Pradesh Budget Meeting: हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की नेतृत्व वाली सरकार इस बार अपना पहला बजट पेश करेगी. इस बजट में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का विजन नजर आएगा. बजट पेश करने से पहले राज्य सचिवालय में विधायक प्राथमिकता की बैठक रखी गई है. यह बैठक तीन दिन तक चलेगी. हर दिन अलग-अलग जिलों के विधायकों के साथ बैठक प्रस्तावित है. इन बैठकों की अध्यक्षता मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू करेंगे.

 

बुधवार 1 फरवरी को दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक विधायक प्राथमिकता की बैठक होगी. पहले दिन की बैठक में जिला ऊना, हमीरपुर, कुल्लू और सिरमौर के विधायक भाग लेंगे. इस बैठक में विधायक बजट को लेकर अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र से प्राथमिकता मुख्यमंत्री के सामने रखेंगे, ताकि अलग-अलग योजनाओं में इसका फायदा उनके इलाके को मिल सके.

तीन फरवरी तक होगी बैठक


इसी तरह 2 फरवरी को सुबह 10:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक जिला कांगड़ा और किन्नौर के विधायकों की बैठक होगी. दोपहर बाद 2 से शाम 5 बजे तक सोलन, बिलासपुर और मंडी जिला की बैठक प्रस्तावित है. 3 फरवरी के दिन सुबह 10:30 से दोपहर 1:30 बजे तक चंबा, शिमला और लाहौल स्पीति जिला के विधायकों की बैठक होगी.

क्या होती है विधायक प्राथमिकता बैठक?


हर बार बजट सत्र से पहले विधायक प्राथमिकता बैठक का आयोजन किया जाता है. बजट में विधायक प्राथमिकता बैठक में सभी क्षेत्रों के विधायक मुख्यमंत्री के सामने अपने इलाके की प्राथमिकता को रखते हैं. इसके बाद सरकार विधायकों की इन प्राथमिकता को बजट में शामिल करती है. विधायकों की प्राथमिकता के आधार पर प्रदेश सरकार बजट बनाती है और इलाके की योजनाओं का भी ध्यान रखा जाता है. इलाके के लिए योजना बनाने के लिहाज से विधायक प्राथमिकता बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है.

किस जिला में कितने विधायक?


उत्तराखंड के विभिन्न शहरों में विधायकों की संख्या पर बात करें तो बिलासपुर में 4, चंबा में 5, हमीरपुर में 5, शिमला में 8, सोलन में 5, किन्नौर में 1 विधायक हैं. जबकि कांगड़ा में 15, मंडी में 10, ऊना में 5, कुल्लू में 4, सिरमौर में 5 और लाहौल स्पीति में 1 विधायक हैं.