By Poll In Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश की सियासत में 27 फरवरी के दिन जो घटनाक्रम हुआ, उसका साक्षी पूरा देश बना. राज्यसभा में कांग्रेस विधायकों की क्रॉस वोटिंग के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार खतरे में आ गई.


हालांकि सरकार आंकड़ों के लिहाज से अब सुरक्षित है, लेकिन छह विधानसभा क्षेत्रों में होने जा रहे उपचुनाव सरकार के लिए भी एक बड़ी चुनौती है. 1 जून को चार लोकसभा सीटों के साथ धर्मशाला, सुजानपुर, गगरेट, कुटलैहड़, लाहौल स्पीति और बड़सर में उपचुनाव होना है.


जीत का दावा कर रहे बीजेपी प्रत्याशी


साल 2022 के विधानसभा चुनाव के बाद 15 महीने में ही प्रदेश में दिलचस्प सियासी हालात पैदा हो गए हैं. कांग्रेस के जिन पूर्व विधायकों ने पार्टी के साथ बगावत की, बीजेपी में शामिल हो चुके हैं और उन्हें बीजेपी ने उपचुनाव में अपना प्रत्याशी भी बना दिया है.


तीन निर्दलीय विधायकों ने भी विधानसभा सचिवालय के साथ विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा दिया है. इनके इस्तीफे मंजूर होने का इंतजार किया जा रहा है. सभी बीजेपी प्रत्याशी अब अपनी जीत को लेकर बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं. कांग्रेस से बगावत करने वाले नेताओं का दावा है कि यह सभी साल 2022 के विधानसभा चुनाव से भी अच्छे मार्जिन से जीत हासिल करेंगे.


साल 2022 के हिमाचल विधानसभा चुनाव परिणाम


साल 2022 की विधानसभा चुनाव में धर्मशाला से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ने वाले सुधीर शर्मा ने 27 हजार 323 वोट हासिल किए थे, जबकि भारतीय जनता पार्टी के राकेश चौधरी को 24 हजार 038 वोट पड़े थे.


इस तरह सुधीर शर्मा ने 3 हजार 290 वोट के मार्जिन से चुनाव जीता था. बड़सर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के इंद्रदत्त लखनपाल को 30 हजार 293 वोट पड़े, जबकि बीजेपी की माया शर्मा को सिर्फ 16 हजार 501 वोट पड़े. इस तरह 48.16 वोट के साथ लखनपाल ने 13 हजार 792 वोटों के बड़े मार्जिन जीत हासिल की थी.


चैतन्य शर्मा ने 40 हजार 767 वोट किए थे हासिल


गगरेट विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के चैतन्य शर्मा ने 40 हजार 767 वोट हासिल किए, जबकि बीजेपी के राजेश ठाकुर को सिर्फ 25 हजार 082 वोट मिले. गगरेट विधानसभा क्षेत्र से चैतन्य शर्मा ने 61.15 वोटों के साथ 15 हजार 685 के बड़े मार्जिन से जीत हासिल की थी.


साल 2022 के विधानसभा चुनाव में जिला हमीरपुर के तहत आने वाले सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के राजिंदर राणा को 27 हजार 679, जबकि बीजेपी के रणजीत सिंह राणा को 27 हजार 280 वोट मिले थे. इस तरह राणा की जीत 399 वोट के मार्जिन से हुई थी.


दो सीट पर हार गए थे बीजेपी सरकार के मंत्री


इसके अलावा लाहौल स्पीति से डॉ. राम लाल मारकंडा और कुटलैहड़ से वीरेंद्र कंवर चुनाव हार गए थे. यह दोनों ही नेता तत्कालीन जयराम सरकार में मंत्री भी थे. जिला ऊना के तहत आने वाली कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के देवेंद्र कुमार भुट्टो को 36 हजार 636 वोट पड़े, जबकि वीरेंद्र कंवर को 29 हजार 057 वोट पड़े. भुट्टो ने 54.84 वोट प्रतिशत के साथ 7 हजार 579 वोट के मार्जिन से जीत हासिल कर ली.


जिला लाहौल स्पीति की एक मात्र विधानसभा सीट पर कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़े रवि ठाकुर ने 9 हजार 948 वोट हासिल किए, जबकि डॉ. रामलाल मारकंडा को 8 हजार 332 वोट पड़े. इस तरह रवि ठाकुर ने 1 हजार 616 वोट से जीत हासिल कर ली. गौरतलब है कि अब कांग्रेस से चुनाव लड़े यह सभी नेता उपचुनाव में बीजेपी के प्रत्याशी हैं.


निर्दलीय विधायकों के इस्तीफा स्वीकार होने का इंतजार


हिमाचल प्रदेश विधानसभा में निर्दलीय विधायक के तौर पर चुनाव जीतकर आए कृष्ण लाल ठाकुर, होशियार सिंह और आशीष शर्मा ने अपनी सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. हालांकि अब तक विधानसभा अध्यक्ष ने यह इस्तीफा स्वीकार नहीं किया.


कांग्रेस विधायकों की शिकायत के बाद तीनों निर्दलीय विधायकों को नोटिस भेजे गए हैं. फिलहाल तीनों विधायक अपना इस्तीफा स्वीकार होने का इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि इसके बाद ही यहां उपचुनाव की घोषणा हो सकेगी. खास बात है कि यह तीनों निर्दलीय विधायक साल 2022 के विधानसभा चुनाव बीजेपी से ही टिकट मांग रहे थे, लेकिन उनकी जगह बीजेपी ने अन्य प्रत्याशियों को मैदान में उतारा.


रिकॉर्ड मतों से जीते थे केएल ठाकुर 


नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र से आजाद प्रत्याशी के तौर पर चुनाव जीते कृष्ण लाल ठाकुर ने 33 हजार 427 हासिल किए थे. कांग्रेस के हरदीप सिंह बावा को 20 हजार 163 वोट पड़े, जबकि भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी लखविंदर राणा तीसरे स्थान पर रहे. उन्हें सिर्फ 17 हजार 273 वोट ही मिले थे


. इस तरह के केएल ठाकुर 13 हजार 264 वोट के मार्जिन से जीते. जिला कांगड़ा के तहत आने वाले देहरा विधानसभा क्षेत्र में होशियार सिंह ने आजाद प्रत्याशी के तौर पर 22 हजार 997 वोट हासिल किए.


कांग्रेस के डॉ. राजेश शर्मा को 19 हजार 120 वोट मिले, जबकि बीजेपी के रमेश चंद धवाला को सिर्फ 16 हजार 730 वोट ही मिल सके. इस तरह होशियार सिंह ने 3 हजार 877 वोट के मार्जिन से जीत हासिल की.


आशीष शर्मा को मिले थे 25 हजार 916 वोट


हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र से आशीष शर्मा को 25 हजार 916 वोट मिले. कांग्रेस के डॉ. पुष्पेंद्र शर्मा को 13 हजार 017 और बीजेपी के नरेंद्र ठाकुर को 12 हजार 794 वोट मिले. इस तरह आशीष शर्मा ने 12 हजार 899 वोट के बड़े मार्जिन से जीत हासिल की. इस सीट पर कांग्रेस के नामांकन के आखिरी चंद घंटों में अपने प्रत्याशी की घोषणा की थी, जिसका खामियाजा भी कांग्रेस को हार के रूप में भुगतना पड़ा.


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