Himachal: सबसे अनुभवी मंत्री के युवा मंत्रियों को सीख, अधिकारियों से बिना समन्वय नहीं चलती सरकार
Himachal Bureaucracy Issue: कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने कहा है कि अधिकारियों के साथ समन्वय के बिना सरकार नहीं चल सकती. उन्होंने कहा कि सरकार में काम करने के लिए अधिकारियों के साथ तालमेल जरूरी होता है.
Himachal News: अफसरशाही हिमाचल प्रदेश सरकार के लिए सिरदर्द ही बनती हुई नजर आ रही है. हाल ही में हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल के सबसे युवा मंत्री विक्रमादित्य सिंह (VikramAditya Singh) ने अधिकारियों को लक्ष्मण रेखा न लांघने की नसीहत दी. इस पर कृषि मंत्री चौधरी चंद्र कुमार (Chander Kumar) की प्रतिक्रिया सामने आई है. हिमाचल प्रदेश सरकार में सबसे वरिष्ठतम और अनुभवी मंत्री चौधरी चंद्र कुमार ने कहा कि सरकार चलाने के लिए अधिकारियों के साथ तालमेल जरूरी होता है. कृषि मंत्री ने कहा कि वह मंत्रिमंडल में सबसे अनुभवी हैं. उनके साथ काम करने वाले लगभग सभी सचिव आगे चलकर मुख्य सचिव के पद तक पहुंचे. उन्होंने कहा कि सरकार चलाने के लिए तालमेल स्थापित करना ही पड़ता है.
काम में पारदर्शिता होनी चाहिए- कृषि मंत्री
कृषि मंत्री चौधरी चंद्र कुमार ने कहा कि अधिकारी भी किसी मामले में अपना पॉइंट ऑफ व्यू दे सकते हैं, लेकिन मंत्री ही अंतिम फैसला लेने वाला होता है. उन्होंने कहा कि सरकार अफसरशाही को प्रताड़ित नहीं करती, बल्कि नियमों के तहत ही सभी काम होते हैं. काम करने के दौरान यह जरूरी है कि पारदर्शिता भी बरती जाए. कृषि मंत्री चौधरी चंद्र कुमार ने सीख देते हुए कहा कि कुछ मंत्रियों को कुछ अधिकारियों की सुननी चाहिए और कुछ अपनी बात उन्हें भी मनमानी चाहिए.
'छोटा परिवार, सुख का आधार'
हिमाचल प्रदेश में प्रस्तावित दूसरे मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा के बीच चौधरी चंद्र कुमार ने कहा कि छोटा परिवार, सुख का आधार होता है. कई विधायक पहली बार मंत्री बने हैं. वे अभी काम करना भी सीख रहे हैं. लोकतंत्र में आलोचना करना प्रक्रिया के तहत आता है. हम भी मंत्रिमंडल की बैठक में कई बातों का विरोध करते हैं, लेकिन यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा है. प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (CM Sukhwinder Singh Sukhu) भी बेहद लोकतांत्रिक हैं. वे सभी की बात सुनते हैं.
अफसरशाही और मंत्रियों के बीच तालमेल जरूरी
कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने कहा कि अफसरशाही और मंत्रियों के बीच तालमेल होना जरूरी है. एक-दो मामले ऐसे जरूर हो सकते हैं, जिनमें तालमेल स्थापित न हुआ हो, लेकिन इसे थम्ब रूल (Thumb Rule) नहीं बनाया जा सकता. चंद्र कुमार ने कहा कि अधिकारियों को भी ऐसा लगता है कि कुछ मंत्री पहली बार कैबिनेट में शामिल हुए हैं, तो वे उन्हें अपनी तरह से चलाएं. बता दें कि चौधरी चंद्र कुमार हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार में सबसे अनुभवी मंत्री हैं. वे तत्कालीन वीरभद्र सरकार में भी मंत्री रहे और मौजूदा वक्त में कृषि मंत्रालय का प्रभार संभाल रहे हैं. सबसे बड़े जिला कांगड़ा से एकमात्र मंत्री हैं, जबकि इसी जिले से कांग्रेस को कुल 15 में से 10 सीटों पर जीत मिली है.