Himachal Pradesh Politics: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के बागी नेता चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा पर केस दर्ज किया गया है. इसके साथ ही निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा के खिलाफ भी शिकायत दर्ज की गई है. पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने बताया है कि निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा और हिमाचल कांग्रेस के बागी नेता चैतन्य शर्मा के पिता के खिलाफ चुनाव में वोटों की खरीद फरोख्त का मामला दर्ज किया गया है. 


हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के दौरान क्रॉस वोटिंग हुई थी. कांग्रेस के 6 विधायकों ने बीजेपी के पाले में जाकर वोटिंग की थी. हमीरपुर से निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा और गगरेट के विधायक चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा पर राज्यसभा चुनाव में वोटों की खरीद फरोख्त करने और करोड़ों के लेन देन करने के आरोप लगाए गए हैं.


कांग्रेस के 6 बागी विधायकों की सदस्यता हो चुकी है रद्द


हिमाचल प्रदेश में पिछले महीने फरवरी से सियासी संकट बना हुआ है. प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के दौरान पाला बदलने वाले कांग्रेसी विधायकों की सदस्यता रद्द कर दी गई थी. इसके बाद से ही कांग्रेस में सियासी संकट गहरा गया था. हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के समय कांग्रेस के 6 विधायकों ने बीजेपी उम्मीदवार के समर्थन में मतदान किया था. इसके बाद हिमाचल विधानसभा स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने इस सभी 6 बागी विधायकों की सदस्यता रद्द कर दी थी.


राज्यसभा चुनाव में बीजेपी के समर्थन में किया वोट


हिमाचल में क्रॉस वोटिंग के बाद राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी को हार का सामना करना पड़ा था. हिमाचल में बीजेपी के पक्ष में वोट करने वाले विधायकों में धर्मशाला सीट से विधायक सुधीर शर्मा, गगरेट से विधायक चैतन्य शर्मा, सुजानपुर से विधायक राजेंद्र राणा, कुटलैहड़ के एमएलए देवेंद्र भुट्टो, बड़सर के विधायक इंद्र दत्त लखनपाल के अलावा लाहौल स्पीति से विधायक रवि ठाकुर शामिल थे. विधानसभा अध्यक्ष ने इन सभी की सदस्यता रद्द कर दी थी. अपनी विधानसभा सदस्यता रद्द होने के बाद से ही ये सभी विधायक कांग्रेस नेतृत्व और प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से नाराज दिख रहे हैं.


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