Caste Census: 'हिमाचल में सभी को जातियों की जानकारी, हम सिर्फ फॉर्मेलिटी कर रहे' जाति जनगणना पर CM सुक्खू का बयान
Himachal Caste Census News: दिल्ली में सीडब्ल्यूसी की बैठक में कांग्रेस शासित राज्यों में जाति जनगणना करवाने का प्रस्ताव पारित हुआ था. इस पर हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू का बयान आया है.
Himachal Pradesh News: देश में इन दिनों जाति जनगणना (Caste Census) को लेकर बहस छिड़ी हुई है. दो अक्टूबर को बिहार (Bihar) राज्य की ओर से जाति आधारित गणना के आंकड़े सामने आने के बाद इस बहस ने और ज्यादा जोर पकड़ लिया है. हाल ही में दिल्ली (Delhi) में हुई कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक में भी सभी कांग्रेस शासित राज्यों में जाति आधारित जनगणना करवाने का प्रस्ताव पारित किया गया है. इस प्रस्ताव के बाद कांग्रेस शासित राज्य हिमाचल प्रदेश में भी जाति आधारित जनगणना होनी है.
हिमाचल प्रदेश में होने वाली जाति आधारित जनगणना को लेकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का बयान सामने आया है. मंगलवार को शिमला में मीडिया के साथ बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल में सभी को जातियों का पता है. इसमें कोई बड़ी बात नहीं है. जो फॉर्मेलिटी है, वह कर रहे हैं. हिमाचल में तो वैसे भी सब लोगों को पता होता है.'
बीजेपी ने कांग्रेस के कदम को बताया गलत
वहीं, जाति आधारित जनगणना के फैसले को लेकर हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने इंडिया गठबंधन पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि यह इंडिया गठबंधन नहीं, घमंडिया गठबंधन है. जयराम ठाकुर ने जातिगत जनगणना के नाम पर देश को बांटने की कोशिश हो रही है. उन्होंने इसे इंडिया गठबंधन की घटिया राजनीति बताते हुए कहा कि इनका काम पहले बांटना था और आज भी यह वही कर रहे हैं. जयराम ठाकुर ने कहा कि न लोगों की फितरत बदलती है और न ही नीयत. देश में विकास और बात होनी चाहिए, लेकिन विपक्ष का कोई भी नेता विकास की बात नहीं कर रहा है. सिर्फ लोगों को बांटने की बात की जा रही है.
राहुल गांधी ने जाति जनगणना पर क्या कहा?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जाति आधारित जनगणना को देश की जरूरत बताई है. उन्होंने इसे देश का एक्स-रे बताया है. राहुल गांधी ने सभी कांग्रेस शासित राज्यों में जाति आधारित जनगणना करवाने की बात कही है. साथ ही केंद्र सरकार पर इस मुद्दे से भागने पीछे हटने के भी आरोप लगाए हैं. राहुल गांधी ने देश में ओबीसी समाज से संबंध रखने वाले लोगों को मिलने वाले काम प्रतिनिधित्व को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि जाति आधारित जनगणना अन्य पिछड़ा वर्ग, दलितों और आदिवासियों की दशा को उजागर करेगा, जो 'घायल' हैं. चाहे कुछ भी हो उनकी पार्टी केंद्र को इस कवायद को संपन्न कराने के लिए मजबूर करेगी.