Earthquake in Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश के चंबा में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. रिक्टर स्केल पर तीव्रता 5.3 मापी गई है. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, गुरुवार 4 अप्रैल को रात नौ बजकर 34 मिनट और 32 सेकेंट पर भूंकप के झटके महसूस किए गए. भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर मापी गई. भूकंप के झटके चंबा के साथ लगते इलाकों में भी महसूस किए गए. इलाके में भूकंप के झटके लगते ही लोगों के बीच भगदड़ की स्थिति बन गई.
हिमाचल प्रदेश के चंबा में भूकंप के झटके लगते ही लोग अपनी जान बचाने के लिए घरों से बाहर दौड़ पड़े. हालांकि भूकंप के तीव्र झटकों के बाद फिलहाल जान-माल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है.
भूकंप आने की क्या है वजह?
पृथ्वी की सतह के नीचे या धरती के अंदर हमेशा उथल-पुथल मची रहती है. धरती के अंदर मौजूद प्लेट लगातार आपस में टकराती या दूर खिसक रही होती हैं. इसी के चलते हर साल भूकंप आते रहते हैं. भूकंप को समझने से पहले हमें धरती के नीचे मौजूद प्लेटों की संरचना को समझना चाहिए. धरती में 12 टैक्टोनिक प्लेट होती हैं. इन प्लेटों के आपस में टकराने पर जो ऊर्जा निकलती है, उसे ही भूकंप कहा जाता है.
भूकंप को कितने जोन में बांटा गया?
देश के कई हिस्सों में अक्सर भूकंप के झटके आते रहते हैं. कई बार भूकंप से बड़ा नुकसान भी हो जाता है. भूकंप के लिहाज से भारत को पांच सिस्मिक जोन में बांटा गया है. भूकंप से सबसे ज्यादा खतरा सिस्मिक जोन-5 के इलाकों को है. वहीं, सबसे कम खतरा जोन 1 और 2 के इलाकों को है. पांचवें जोन में देश का कुल 11 फीसदी हिस्सा आता है, जबकि चौथे जोन में 18 फीसदी हिस्सा आता है. वहीं तीसरे और दूसरे जोन में देश का 30 फीसदी हिस्सा आता है. हिमाचल प्रदेश का ज्यादातर इलाका भूकंप के लिहाज से सिस्मिक ज़ोन 4 और 5 में आता है.
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