Chamba Manohar Hatyakand: मुस्लिम लड़की से प्यार करने वाले मनोहर की 8 टुकड़ों में मिली लाश, CM सुक्खू के लिए चुनौती बना नृशंस हत्याकांड
Chamba Manohar News: हिमाचल के चंबा में हुआ जघन्य मनोहर हत्याकांड सुक्खू सरकार के सामने पहली बड़ी चुनौती है. मामले में मनोहर के परिवार को न्याय दिलाने के लिए सरकार पर भारी दबाव है.
Himachal News: हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) के नेतृत्व वाली सरकार को करीब 7 महीने का वक्त बीत चुका है. इन सात महीनों में मुख्यमंत्री सुक्खू के सामने कई बड़ी चुनौतियां आई. लेकिन, अब तक की सबसे बड़ी चुनौती मुख्यमंत्री के लिए मनोहर हत्याकांड (Manohar Murder Case) में परिवार को न्याय दिलाने की है. बीते हफ्ते हिमाचल प्रदेश के जिला चंबा (Chamba) के सलूनी में 21 साल के मनोहर की नृशंस हत्या कर दी गई. इलाके के एक मुस्लिम परिवार ने मनोहर लाल की पहले हत्या की और इसके बाद शव को 8 टुकड़ों में काटकर नाले में फेंक दिया.
मारपीट के बाद मनोहर की हत्या
अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, 21 साल के मनोहर और मुस्लिम परिवार की एक लड़की के बीच प्रेम संबंध थे. परिवार को जब इस बात की जानकारी मिली तो उन्होंने परिवार ने मनोहर की हत्या कर डाली. इसके लिए लड़की ने पहले मनोहर को अपने घर पर बुलाया. मनोहर जब घर पर पहुंचा तो उसके साथ मारपीट की गई. मारपीट के दौरान जब मनोहर के सिर पर डंडे से चोट लगी तो उसकी मौत हो गई.
आरोपियों ने किए शव के टुकड़े
इसके बाद मनोहर का शव आंगन में लाकर तेजधार हथियार से उसके शव के टुकड़े किए गए. शव के टुकड़ों को नाले में बोरी में डालने के बाद उसे नाले में फेंक दिया गया. जब नाले के पास ही परिवार को मनोहर का जूता बहता हुआ नजर आया, तब उन्हें शक हुआ. इसके बाद नाले में एक जगह पर जमा पत्थर को हटाकर देखा गया, तो वहां बोरी में मनोहर का शव मिला. मौके पर पुलिस को बुलाया गया. पुलिस ने मनोहर के शव की बरामदगी की. पोस्टमार्टम के दौरान मनोहर के क्षत-विक्षत शव की तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई, जिसने हर किसी की आत्मा को झकझोर कर रख दिया.
'प्रदेश में चरमराई कानून-व्यवस्था'
चूंकि आरोपी परिवार मुस्लिम समुदाय से संबंध रखता है. इसलिए मामले में हिंदू-मुसलमान का एंगल भी जोर पकड़ता हुआ नजर आ रहा है. हिमाचल प्रदेश का मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी भी मुद्दे को हाथ से छिटकने नहीं देना चाहती. भाजपा नेता लगातार चंबा में प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके अलावा स्थानीय लोग और हिंदूवादी संगठन भी आरोपी परिवार के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग के लिए आंदोलनरत हैं. हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और हिमाचल बीजेपी अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल अपने समर्थकों के साथ मृतक मनोहर के परिवार से मुलाकात करने के लिए जा रहे थे. धारा 144 होने के चलते उन्हें वहां जाने से रोका गया. इसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने सरकार पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए मृतक के परिवार को पांच लाख रुपए देने की घोषणा की. इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी सरकार से मृतक मनोहर के परिवार को एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता के साथ सरकारी नौकरी देने की भी मांग उठा रही है. भाजपा का आरोप है कि हिमाचल में कानून-व्यवस्था चरमरा गई है. भाजपा का कहना है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का 97 फ़ीसदी हिंदू आबादी की विचारधारा को हराने वाला बयान आरोपियों को अपराध करने के लिए प्रेरित कर रहा है.
'मामले में सिर्फ राजनीति कर रही भाजपा'
इस सबके बीच हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी केवल मामले में राजनीति करने की कोशिश कर रही है. एक साल से भी कम के वक्त के भीतर ही लोकसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में भाजपा इस मुद्दे को भुनाने की कोशिश कर रही है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि आरोपियों को 24 घंटे के भीतर ही गिरफ्तार कर लिया गया था. बावजूद इसके भाजपा का आंदोलन समझ से बाहर है. भारतीय जनता पार्टी मुद्दाविहीन राजनीति कर रही है और यह पहली बार है, जब सरकार की कार्रवाई के बावजूद विपक्ष प्रदर्शन करने में लगा हुआ है. मुख्यमंत्री ने विपक्ष को यह सलाह दी है कि वे प्रदेश हित के मुद्दों पर आंदोलन करें, ताकि इससे प्रदेश को फायदा मिले. इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की मामले की जांच को एनआईए को सौंपने की बात पर भी मुख्यमंत्री ने उनसे लिखित में मांग करने की बात कही है.
मनोहर के परिवार को न्याय का इंतजार
हिमाचल प्रदेश के जिला चंबा का मनोहर हत्याकांड सरकार के गले की फांस से कम नहीं है. भारतीय जनता पार्टी के तेजतर्रार नेता कांग्रेसी सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं. इस बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार के सामने न केवल मनोहर के परिवार को न्याय दिलाने की चुनौती है, बल्कि हावी होते विपक्ष को भी बैकफुट पर धकेलने की जरूरत महसूस हो रही है. जानकार मानते हैं कि भारतीय जनता पार्टी इस मुद्दे को आसानी से हाथ से छिटकने नहीं देगी और यह मुद्दा सरकार की परेशानी बढ़ाता हुआ नजर आएगा. फिलहाल मामले में हो रही राजनीति के बीच मनोहर के परिवार को न्याय का इंतजार है. मनोहर लाल का परिवार जघन्य अपराध के बदले आरोपियों के लिए फांसी की सजा की मांग कर रहा है.
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