Himachal Politics: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhwinder Singh Sukhu) के नेतृत्व वाली सरकार में कृषि मंत्री चंद्र कुमार चौधरी और ग्रामीण विकास मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Jairam Thakur) पर निशाना साधा. कैबिनेट मंत्रियों ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष झूठ की राजनीति कर रहे हैं. सत्ता में रहते हुए भी उन्होंने प्रदेश की जनता को ठगने का काम किया. दोनों मंत्रियों ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से अंतरिम राहत राशि जारी करने के उनके दावे बिल्कुल झूठ है. केंद्र की ओर से अभी तक अंतरिम राहत की पहली किश्त भी जारी नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर प्रदेश की जनता को गुमराह करने का प्रयास न करें और राजनीति करने की बजाय हिमाचल प्रदेश के हित में केंद्र से आर्थिक मदद दिलाने में राज्य सरकार की सहायता करें.


केंद्र ने नहीं की अतिरिक्त मदद 
कैबिनेट मंत्रियों ने कहा कि ऑडिट पैरा के कारण पिछले कुछ सालों की रुकी हुई 315 करोड़ रुपए की राहत राशि में से केंद्र सरकार की ओर से 189 करोड़ रूपये जारी किए गए हैं. इन ऑडिट की आपत्तियों को राज्य सरकार के प्रयासों से दूर किया गया, लेकिन अभी भी कुल राशि में से बकाया राशि जारी करना बाकी है. उन्होंने कहा कि प्रदेश को एसडीआरएफ के तहत हर साल कुल 360 करोड़ रुपए आपदा से हुए नुकसान की एवज में दो किस्तों में जारी की जाती है. 180 करोड़ रुपए की पहली किस्त को केंद्र सरकार ने जून में जारी किया और दिसंबर में मिलने वाली दूसरी 180 करोड़ रुपए की किस्त को एडवांस में प्रदेश को दिया है. यह 360 करोड़ रुपए हिमाचल प्रदेश का हक है, जो सभी राज्यों को दिए जाते हैं. अलग से कोई आर्थिक मदद जारी नहीं की गई है.


डबल इंजन का ढिंढोरा पीटने से फायदा नहीं हुआ
कैबिनेट मंत्री प्रो. चंद्र कुमार और अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि प्रदेश में अभूतपूर्व आपदा के कारण प्रदेश को 8000 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है. केंद्र सरकार की एक टीम ने राज्य का दौरा भी किया है, लेकिन इस नुकसान की एवज में केंद्र सरकार की ओर से अभी तक एक भी पैसा जारी नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हाल ही में दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रियों से मिलकर राज्य के हालात से उन्हें अवगत करवा दिया है. सरकार ने प्रदेश के लिए अंतरिम राहत की पहली किश्त जारी करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अपने सीमित संसाधनों से प्रभावितों की हर संभव सहायता करने का प्रयास कर रही है, लेकिन केंद्र सरकार से अभी भी राज्य सरकार को अंतरिम राहत की पहली किश्त का इंतजार है. ग्रामीण विकास मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि पिछली भाजपा सरकार की गलत नीतियों के कारण आज हिमाचल प्रदेश आर्थिक बदहाली के दौर से गुजर रहा है. पिछले पांच सालों में भाजपा ने सिर्फ डबल इंजन का ढिंढोरा पीटा, लेकिन हिमाचल प्रदेश को कुछ नहीं मिला.


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