(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
9.14 करोड़ की मालकिन हैं CM सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर, 3 बड़े शहरों में है जमीन
Kamlesh Thaur Assets: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर ने देहरा विधानसभा क्षेत्र उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया. इस दौरान उन्होंने प्रॉपर्टी संबंधी जानकारी एफिडेविट में दी.
CM Sukhu Wife Property: शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन था. आखिरी दिन हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर ने अपना नामांकन दाखिल किया.
कमलेश ठाकुर देहरा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी की टिकट पर उपचुनाव लड़ रही हैं. नामांकन दाखिल करते वक्त नियमों के मुताबिक मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर ने अपनी प्रॉपर्टी संबंधी एफिडेविट भी आयोग के समक्ष दाखिल किया है.
CM सुक्खू के धर्मपत्नी के पास कितनी प्रॉपर्टी?
देहरा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी कमलेश ठाकुर 9.14 करोड़ रुपए की मालकिन हैं. उनके पास 90.88 लाख की चल संपति और 8.23 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति है. इस संपत्ति में उनके पति मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और दोनों बेटियों का भी हिस्सा है.
कांग्रेस प्रत्याशी कमलेश ठाकुर के पास 20.70 लाख की ज्वेलरी, 51.79 लाख रुपए कीमत का न्यू चंडीगढ़ में फ्लैट और छोटा शिमला में एक हिमुडा का भी फ्लैट है. इसके अलावा उनके पास नादौन, शिमला और बद्दी में जमीन है. कमलेश ठाकुर के पास 2.91 करोड़ रुपए की चल और 54.65 लाख की अचल संपत्ति है. उनके पति के पास 5.31 करोड़ रुपए की अचल और 31.26 लाख रुपए की चल संपति है. कमलेश ठाकुर की बेटियों के पास 3.77 लाख रुपए और 1.19 लाख रुपये की चल संपत्ति है.
होशियार सिंह से है कमलेश ठाकुर का मुकाबला
साल 2024 के देहरा विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में कमलेश ठाकुर का सीधा मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के होशियार सिंह के साथ है. इससे पहले देहरा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस को बगावत का भी सामना करना पड़ा था, लेकिन वक्त रहे थे मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने डॉ. राजेश शर्मा को मनाकर बगावत के सुर उठने से पहले ही शांत कर दिए.
साल 2022 में कांग्रेस प्रत्याशी रहे डॉ. राजेश शर्मा ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया था. उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर कई गंभीर आरोप भी लगाए थे, लेकिन मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू धर्मपत्नी के नामांकन से पहले डॉ. राजेश शर्मा से बात करने के लिए पहुंचे और उन्हें मना लिया. उनकी नाराजगी दूर करने के बाद राजेश शर्मा ने खुद कहा कि भाभी तो मां के समान होती है.
वे मां के लिए पूरी निष्ठा के साथ चुनाव में काम करेंगे. उन्होंने खुद को कांग्रेस पार्टी का सच्चा सिपाही भी बताया.
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