Himachal News: देश भर में रविवार की छुट्टी है. हिमाचल प्रदेश के सरकारी कार्यालय भी बंद है, लेकिन यहां राज्य सचिवालय में छुट्टी के बावजूद चहलकदमी है. दरअसल, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू जरूरी फाइलें निपटाने के लिए छुट्टी के बावजूद राज्य सचिवालय पहुंचे हैं. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू फाइलें निपटने के साथ रोजाना की तरह प्रशासनिक कार्य भी कर रहे हैं.


‘पेड़ कटान संबंधी नियमों पर चर्चा’
रविवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में वृक्षों के कटान संबंधी नियमों पर अधिकारियों के साथ चर्चा हुई है. गौरतलब है कि प्रदेश भर में कुछ पेड़ लोगों के लिए खतरा बने हुए हैं. सरकार ने असुरक्षित पेड़ों को जल्द से जल्द काटने के निर्देश भी जारी किए हैं. अब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह को पेड़ों के कटान से संबंधित नियमों को लेकर अधिकारियों के साथ चर्चा कर रहे हैं. अगस्त महीने में ही शिमला शहर में एक हजार से ज्यादा पेड़ धराशाई हो गए हैं. इन पेड़ों के गिरने से न केवल लोगों के घरों को खतरा हुआ, बल्कि कई सड़क भूस्खलन की वजह से बंद हो गई. प्रदेश में अभी कई असुरक्षित पेड़ लोगों की जान के लिए खतरा बने हुए हैं.


12 हजार करोड़ से ज्यादा के नुकसान का अनुमान
बीते दिनों बारिश की वजह से हिमाचल प्रदेश को भारी नुकसान हुआ है. प्रदेश सरकार अब तक आठ हजार करोड़ रुपए का नुकसान झेल चुकी है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी 12 हजार करोड़ रुपए का नुकसान होने का अनुमान लगाया है. हिमाचल प्रदेश में 24 जून से लेकर अब तक 8604.03 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. इसके अलावा 376 लोग अपनी जान गवा चुके हैं. अलग-अलग घटनाओं में 40 लोग अभी लापता है और 349 लोग घायल हुए हैं. प्रदेश भर में 2 हजार 445 घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि 10 हजार 504 घरों को आंशिक तौर पर नुकसान पहुंचा है. इसके अलावा 306 दुकानों और 5 हजार 384 पशु घर भी तबाह हो गए. प्रदेश में अब तक 156 लैंडस्लाइड और 66 फ्लैश फ्लड की घटनाएं रिकॉर्ड की गई हैं.


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