Shimla : हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू तीन दिवसीय हमीरपुर दौरे पर हैं. 11 दिसंबर को प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के बाद ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू पहली बार अपने गृह क्षेत्र नादौन पहुंचे. मानवीय स्वभाव के मुताबिक व्यक्ति अपने लोगों के साथ विशेष लगाव रखता है. जब भी कोई अपना नाम बनाने के बाद घर पहुंचता है, तो लोग सहज ही उसके साथ जुड़ाव महसूस करते हैं. यही वजह थी कि अपने मुख्यमंत्री बेटे के इंतजार में नादौन विधानसभा क्षेत्र में उत्सव का माहौल नजर आया. 

 

23 किलोमीटर का सफर पूरा करने में लगे पांच घंटे

 

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू दोपहर करीब 12 बजे हमीरपुर गेस्ट हाउस से नादौन के लिए रवाना हुए. हमीरपुर से नादौन की दूरी केवल 23 किलोमीटर है और यह सफर करीब 30 मिनट में पूरा हो जाता है, लेकिन मुख्यमंत्री को 23 किलोमीटर का सफर पूरा करने में पांच घंटे का वक्त लग गया. जगह-जगह पर मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए लोग खड़े नजर आए.

 

भूंपल में एक बुजुर्ग व्यक्ति के लिए रोक दिया काफिला

 

खास बात यह रही कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रास्ते में इंतजार कर रहे दो लोगों के लिए भी अपना वीआईपी काफिला रोक दिया. हमीरपुर से नादौन की तरफ जाते हुए भूंपल में तो मुख्यमंत्री ने एक बुजुर्ग व्यक्ति से मिलने के लिए पूरा काफिला रुकवा दिया और उनसे आत्मीयता के साथ मुलाकात की. यह बुजुर्ग व्यक्ति सड़क किनारे खड़े होकर अकेले ही मुख्यमंत्री का इंतजार कर रहे थे. इस दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने सिक्योरिटी में लगे पुलिस जवानों की भी अच्छी खासी कसरत करवा दी.

 

बीमार बेटी के इलाज का खर्चा बहन करेगी सरकार

 

इससे पहले शनिवार को हमीरपुर में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बीमार बेटी के इलाज का पूरा खर्च उठाने के अभी ऐलान किया. हमीरपुर की रहने वाली 18 वर्षीय मीनाक्षी गंभीर बीमारी से ग्रसित है. मुख्यमंत्री ने बीमार बेटी के पूरा इलाज सरकार की ओर से वहन किए जाने की बात कही. साथ ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने चिकित्सकों को भी मीनाक्षी का खास ध्यान रखने के निर्देश दिए.