Himachal Politics: 'बीजेपी ने किया हिमाचल का बेड़ा गर्क, व्यवस्था का पीटा सियापा', CM सुक्खू का विपक्ष पर निशाना
CM Sukhu Attacks On BJP: हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हमीरपुर स्थित कर्मचारी चयन आयोग में भर्तियों में धांधली हुई. इन मामलों में 65 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) ने बीजेपी (BJP) पर निशाना साधा है. मंगलवार को रिज (Ridge) मैदान पर कार्यक्रम के बाद मीडिया के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि पिछली बीजेपी सरकार के कार्यकाल के दौरान हिमाचल प्रदेश का बेड़ा गर्क हुआ. बीजेपी ने व्यवस्था का भी सियापा पीट दिया. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार के दौरान हिमाचल प्रदेश में अव्यवस्था का माहौल रहा.
सीएम सुक्खू ने आगे कहा कि हमीरपुर स्थित कर्मचारी चयन आयोग में भर्तियों में धांधली हुई. इन मामलों में 65 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि सरकार इसकी हर एंगल से जांच कर रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में नई भर्तियों के लिए राज्य चयन आयोग का गठन हो चुका है. उन्होंने कहा कि सरकार हिमाचल प्रदेश में युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है.
कोविड वॉरियर्स की कानूनी पहलुओं पर होगा विचार
वहीं, कोरोना काल के दौरान सेवा देने वाले कोविड वॉरियर्स की सेवाएं समाप्त करने को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि इन कर्मचारियों को किसी नीति के तहत नहीं रखा गया था. सरकार कानूनी पहलुओं पर विचार कर रही है. उन्होंने कहा कि कानूनी पहलुओं की विचार करने के बाद उनकी सेवाओं के बारे में सोचा जाएगा. सीएम सुक्खू ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल कई बार इस संदर्भ में बैठक कर चुके हैं.
सुक्खू सरकार ने किया है नए राज्य चयन आयोग का गठन
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार ने भर्तियों के लिए नए राज्य चयन आयोग का गठन किया है. पिछली सरकार के वक्त हमीरपुर स्थित कर्मचारी चयन बोर्ड में भर्ती में धांधलियों के आरोप के बीच सरकार ने इस बोर्ड को भंग कर दिया था. लंबी प्रक्रिया के बाद अब सरकार ने नए राज्य चयन आयोग का गठन किया है. यह चयन आयोग अब हिमाचल प्रदेश में नई भर्तियां करेगा. सरकार का तर्क है कि नए चयन आयोग के गठन से भर्तियों में पारदर्शिता आएगी और आम जनता में भर्तियों को लेकर विश्वनीयता बढ़ेगी.