Samosa Controversy in Himachal Pradesh: शिमला में शनिवार (9 नवंबर) को भारतीय जनता युवा मोर्चा ने अनोखा मार्च निकाला. 'समोसा मार्च' की चर्चा देशभर में होने लगी. भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने समोसा मार्च सुखविंदर सिंह सरकार को घेरने के लिए निकाला. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने अनोखे मार्च पर निशाना साधा. उन्होंने बीजेपी पर हिमाचल प्रदेश का नाम खराब करने का आरोप लगाया. नरेश चौहान ने कहा कि बीजेपी मुद्दाविहीन हो गयी है. 


मीडिया सलाहकार ने भाजयुमो के समोसा मार्च निकालने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. नरेश चौहान ने कहा कि समोसा मार्च से प्रदेश की नकारात्मक पब्लिसिटी हो रही है. राज्य में कई गंभीर मुद्दे होने के बावजूद बीजेपी राजनीति कर रही है.


उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि समोसे पर सीआईडी जांच के आदेश नहीं दिये गये थे. ऐसे में बीजेपी नेताओं का दुष्प्रचार करना दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि बीजेपी नेताओं की वजह से देश भर में हिमाचल प्रदेश की नकारात्मक छवि बन रही है. नरेश चौहान बीजेपी को विपक्ष की भूमिका जिम्मेदारी के साथ निभाने की सलाह दी.






बीजेपी कर रही कांग्रेस के खिलाफ षडयंत्र- चौहान


मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के मीडिया सलाहकार ने कहा कि बीजेपी कांग्रेस सरकार के खिलाफ षड्यंत्र कर रही है. देश और प्रदेश की जनता को बीजेपी की ऐसी राजनीति पसंद नहीं है. नरेश चौहान ने कहा कि विपक्ष में रहते हुए बीजेपी को प्रदेश हित से जुड़े मुद्दे केंद्र सरकार के समक्ष उठाने चाहिए. उन्होंने कहा कि बीजेपी दिशाविहीन हो गयी है.


नरेश चौहान के मुताबिक बीजेपी में नेतृत्व की लड़ाई चल रही है. बीजेपी में डॉ. राजीव बिंदल, जयराम ठाकुर और अनुराग ठाकुर के बीच सियासत में आगे बढ़ने की होड़ लगी हुई है. बीजेपी के प्रादेशिक नेताओं को डर सता रहा है कि जगत प्रकाश नड्डा आगे न निकल जाएं.


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