CM सुक्खू ने ली अहम बैठक, इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में 600 नर्स और 43 OT असिस्टेंट होंगे तैनात
Sukhvinder Singh Sukhu News: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की अहम बैठक ली. इस बैठक में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने पर चर्चा हुई.
Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने आज स्वास्थ्य विभाग की अहम बैठक की. मुख्यमंत्री ने इस बैठक की अध्यक्षता की. इस बैठक में राज्य के लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने पर चर्चा हुई.
साथ ही मुख्यमंत्री ने बैठक में मौजूद अधिकारियों को भविष्य की संभावनाओं को तलाशने की भी निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के साथ डॉक्टरों, पैरा मेडिकल स्टाफ और तकनीशियनों के खाली पदों को भर रही है, ताकि लोगों को विशेषज्ञ चिकित्सा सुविधाएं प्राप्त करने में कोई परेशानी न हो.
आज शिमला में विभागीय मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल जी के साथ स्वास्थ्य विभाग की बैठक ली और अधिकारियों को मेडिकल कॉलेजों में मरीजों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
— Sukhvinder Singh Sukhu (@SukhuSukhvinder) July 22, 2024
हम आईजीएमसी में 600 स्टाफ नर्स और 43 ऑपरेशन थियेटर असिस्टेंट… pic.twitter.com/rObHag3aQk
IGMC में 600 नर्स के साथ 43 OT असिस्टेंट होंगे तैनात
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में 600 स्टाफ नर्स और 43 ऑपरेशन थिएटर असिस्टेंट तैनात किए जाएंगे, ताकि मरीजों को समय पर उचित उपचार मिल सके. प्रदेश के लोगों को आधुनिक और बेहतर तकनीकी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रदेश सरकार के पास बजट की कोई कमी नहीं है.
राज्य सरकार आईजीएमसी में आधुनिक उपकरणों और मशीनों की खरीद के लिए 25 करोड़ रुपये देने जा रही है. प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं को और ज्यादा सुदृढ़ करने के लिए राज्य सरकार पूरा सहयोग देगी.
डॉक्टरों के काम के दबाव को कम करने की कोशिश
अन्य राज्यों की तरह हिमाचल प्रदेश में भी विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी है. इसके अलावा अस्पतालों में जो स्टाफ काम कर रहा है, उन पर भारी दबाव भी है. कई अस्पतालों में ऐसे हालात हैं कि कर्मचारियों को ओवरटाइम करने के लिए मजबूर होना पड़ता है.
राज्य सरकार इस तरह भी अपना ध्यान लगा रही है कि ज्यादा से ज्यादा नए कर्मचारियों की भर्तियां की जाए, ताकि अस्पताल में काम कर रहे डॉक्टरों और अन्य कर्मचारियों पर दबाव कम हो. इससे प्रदेश के अलग-अलग अस्पताल में आने वाले मरीज और उनके तीमारदारों को सुविधा मिल सकेगी.
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