Himachal Pradesh News: मुख्यमंत्री को रास्ते में पैदल ही जाता देख हर किसी को हैरानी हो जाती है, लेकिन जब से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhwinder Singh Sukhu) ने सत्ता संभाली है, तब से यह तस्वीरें आम हो गई हैं. कभी मॉर्निंग वॉक तो कभी पैदल ही सचिवालय निकलने की तस्वीरें देखने की प्रदेश की जनता को आदत सी हो गई है. मुख्यमंत्री इन दिनों पैदल ही आधिकारिक आवास ओक ओवर से राज्य सचिवालय के लिए निकल रहे हैं. मंगलवार को एक बार फिर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पैदल ही राज्य सचिवालय के लिए निकले.
इस दौरान रास्ते में उन्होंने काम के लिए जा रहे लोगों से संवाद किया. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पोर्टमोर स्कूल की बेटियों के साथ भी संवाद करते नजर आए. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्कूल जा रही बेटियों के साथ संवाद के दौरान पूछा कि अब एक हफ्ते बाद स्कूल खुल रहे हैं, तो क्या वह घर पर बैठे-बैठे बोर भी हुए? इस पर स्कूल की बेटियों ने कहा कि लंबे वक्त बाद स्कूल खुल रहे हैं. अब तो स्कूल जाने की खुशी है. इस पर मुख्यमंत्री ने पूछा कि क्या स्कूल बंद रखने चाहिए या फिर खुले?
CM सुक्खू का बेटियों से संवाद
इस पर बेटियों ने जवाब दिया कि अब स्कूलों को खुला ही रखा जाना चाहिए, लेकिन फिर भी मौसम के मुताबिक सरकार फैसला ले तो बेहतर होगा. इसके अलावा भी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू रास्ते में लोगों से बात करते हुए राज्य सचिवालय पहुंचे और मुख्यमंत्री को अपनी समस्या बता रहे लोगों को सचिवालय में आकर काम पूरा करने का आश्वासन दिया. इससे पहले 13 मार्च को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू बिना तामझाम और वीआईपी प्रोटोकॉल के मॉर्निंग वॉक करते हुए नजर आए थे.
मॉर्निंग वॉक के दौरान तस्वीरें हुई थीं वायरल
इस दौरान उनके साथ न तो कोई सुरक्षाकर्मी था और न ही कोई काफिला. वो हिमाचल प्रदेश सरकार के एडवोकेट जनरल और अपने पुराने दोस्त अनूप रतन के साथ मॉर्निंग वॉक कर रहे थे. तब भी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के लोगों के साथ संवाद करते हुए तस्वीरें जमकर वायरल हुई थीं.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का इस तरह पैदल सचिवालय जाना और स्कूल की वीडियो के साथ संवाद करना एक बार फिर चर्चा का विषय बना हुआ है. हालांकि अपनी विचारधारा के मुताबिक कोई इसे मुख्यमंत्री की का ग्राउंड लेवल से जुड़ाव, तो कोई पॉलिटिकल स्टंट बता रहा है.