Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार ने स्पेशल रोड टैक्स में 70 फ़ीसदी तक की कटौती कर दी है. दरअसल, चंडीगढ़-पंजाब के टैक्सी ऑपरेटर्स सरकार की ओर से बढ़ाए गए स्पेशल रोड टैक्स का विरोध कर रहे थे. इसे लेकर प्रदेश के बॉर्डर ब्लॉक करने तक की चेतावनी दी गई थी. चेतावनी के बाद ऑपरेटर को सरकार ने वार्ता के लिए बुलाया और इसी वार्ता में स्पेशल रोड टैक्स को कम करने का आश्वासन दिया गया था. आश्वासन के बाद सरकार ने इस बाबत अब अधिसूचना भी जारी कर दी है.
स्पेशल रोड टैक्स घटाने की अधिसूचना जारी
स्पेशल रोड टैक्स को लेकर जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, अब 13 से 22 सीटर वाहनों को प्रतिदिन तीन हजार रुपए की जगह अब सिर्फ 500 रुपए टैक्स देना होगा. इन वाहनों को तीन दिनों के लिए एक हजार रुपए और एक सप्ताह के दो हजार रुपए भुगतान करने का भी विकल्प दिया गया है. 23 सीट या इससे अधिक क्षमता वाली बसों को अब 1 हजार 500 रुपए रोजाना टैक्स भरना होगा.
टैक्सियों पर लगेगा 200 रुपए का टैक्स
इससे पहले यह टैक्स छह हजार रुपए रोजाना था. 23 सीट से ज्यादा व्हीकल को तीन दिन के तीन हजार और हफ्ते के छह हजार रुपए देने का विकल्प भी दिया गया है. पांच या पांच से कम सवारियों वाली टैक्सियों को प्रतिदिन 200 रुपए टैक्स देना होगा. पांच सवारी से ज्यादा और 10 सवारियों से कम क्षमता वाले वाहन को रोजाना 500 रुपए और 10 से 22 सवारियों वाले वाहनों को रोजाना 750 रुपए टैक्स भरना होगा.
टैक्सी ऑपरेटरों ने किया था हिमाचल का बॉयकॉट
हिमाचल प्रदेश सरकार ने जब कमर्शियल गाड़ियों पर लगने वाले टैक्स पर को बढ़ाया, उसके बाद से ही इन सभी टैक्सी ऑपरेटरों ने हिमाचल प्रदेश का बहिष्कार कर दिया. टैक्सी ऑपरेटर्स का तर्क था कि पहले ही वह महंगाई की मार से जूझ रहे हैं. ऐसे में जब टैक्स बढ़ जाएगा, तो उन्हें नुकसान झेलना पड़ेगा. टैक्स बढ़ाने की स्थिति में सवारियों को भी अतिरिक्त किराया चुकाना होगा और इसका असर पर्यटन पर पड़ेगा.
इससे पहले सरकार ने जब फैसला वापस नहीं लिया था, तो इन टैक्सी ऑपरेटरों ने हिमाचल प्रदेश आना ही बंद कर दिया था. यह नवरात्रि के दौरान प्रदेश में पर्यटकों की आमद कम रहने की एक बड़ी वजह भी रही. सरकार के अब सरकार की ओर से घटाए गए स्पेशल रोड टैक्स के बाद इन गाड़ियों की आमद दोबारा बढ़ने की उम्मीद है.
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