Himachal Pradesh News: शिमला (Shimla) के रोहड़ू इलाके से रविवार को एक वीडियो वायरल हुआ. इस वीडियो ने सरकार के दावों पर सीधे सवाल खड़े किए. दरअसल, वायरल वीडियो में बागवाम अपने सेब नाले में फेंकते हुए नजर आए. वीडियो में बागवानों का दावा था कि बीते 20 दिनों से सड़क बंद होने की वजह से वो अपना सेब मंडियों तक नहीं पहुंचा पा रहे हैं. इसकी वजह से वो अपने सेब नाले में फेंकने के लिए मजबूर हैं.
इस वीडियो के वायरल होने बाद हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में सियासत शुरू हो गई. भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कांग्रेस (Congress) को आड़े हाथों ले लिया. मामला राष्ट्रीय स्तर तक गूंजा और कांग्रेस सरकार के वादों पर सवाल खड़े हो गए. अब मामले में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhwinder Singh Sukhu) के भी मामले में प्रतिक्रिया सामने आई है. मुख्यमंत्री ने कहा "बीजेपी सोशल मीडिया के जरिए झूठ फैलाने की कोशिश कर रही है. हिमाचल में 100 फीसदी सेब मंडियों तक पहुंच रहा है और सरकार बागवानों के हित में काम कर रही है."
बीजेपी फैला रही झूठ- CM सुक्खू
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि बीते दिनों हुई भारी बारिश की वजह से सड़कें पूरी तरह टूट गई हैं. सेब को मंडियों तक पहुंचाने के लिए टेंपरेरी इंतजाम किया जा रहा है. कई लोग जमीन देने में इनकार कर रहे हैं. ऐसे में सरकार उनसे अपील कर रही है कि टेंपरेरी तौर पर सड़क जोड़ने के लिए अपनी जमीन दे दें. मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी सोशल मीडिया के जरिए झूठ फैलाने की कोशिश कर रही है. जमीनी स्तर पर ऐसी कोई समस्या नहीं है. जहां सड़कें टूटी हैं, सरकार वहां उन्हें दुरुस्त करने का काम कर रही है.
वहीं, हिमाचल प्रदेश में फोरलेन पर लगातार हो रहे भूस्खलन को लेकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पहाड़ का स्टेटस एक साल में ठीक नहीं होता. पहाड़ को स्थिर होने में चार से पांच साल का वक्त लग जाता है. पहाड़ों का जब कटान होता है, तो मिट्टी और पत्थर नीचे आना सामान्य प्रक्रिया है. उन्होंने कहा कि सामान्य तौर पर जब भी पहाड़ों की कटिंग होती है, तो उसे सेटल होने में वक्त लग जाता है.