Himachal News:  हिमाचल प्रदेश में कर्मचारी चयन आयोग से जूनियर ऑफिस असिस्टेंट (IT) का पेपर लीक होने के बाद आयोग की फंक्शनिंग को सस्पेंड कर दिया गया है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के इस फैसले की प्रदेश भर में जमकर तारीफ हो रही है. मंगलवार को शिमला के होटल पीटरहॉफ में प्रेसवार्ता को संबोधित किया. इस दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhwinder Singh Sukhu) ने कहा कि सरकार की सूझबूझ के चलते पेपर लीक करने वाले लोगों का भंडाफोड़ हुआ है. मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने 12 दिसंबर को ही पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर परीक्षाओं के दौरान सक्रिय रहने के निर्देश दिए थे.


60 दिन में भर्ती प्रक्रिया में लाएंगे पारदर्शिता- CM सुक्खू
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पेपर लीक होने के बाद हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हुए. प्रदेश भर में के युवाओं के लिए परीक्षा लेने वाले आयोग की विश्वसनीयता पर भी प्रश्न चिन्ह लगा है. ऐसे में सरकार ने हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग की फंक्शनिंग को सस्पेंड कर दिया है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वह किसी भी आरोपी को बख्शेंगे नहीं. आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दावा किया है कि आने वाले 60 दिन में भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने का काम किया जाएगा.


बीजेपी पर साधा निशाना
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि लंबे समय से एक जगह पर कार्यरत कर्मचारियों को भी बदले जाने की आवश्यकता है. उन्होंने पूर्व बीजेपी सरकार की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश में हो रहे पेपर लीक में पूर्व की सरकार की संलिप्तता रही है. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार-घोटाले पूर्व की बीजेपी सरकार के भाई-बहन हैं. कांग्रेस सरकार में भ्रष्टाचार और घोटालों की कोई जगह नहीं है. उन्होंने कहा कि युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा. मुख्यमंत्री ने दावा किया है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.


Himachal Pradesh: अटल टनल समेत ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी, मौसम विभाग ने फिर जताया Snowfall का अनुमान