(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
कांग्रेस के बागी विधायकों पर एक्शन के साथ बदल गया हिमाचल का नंबर गेम, सुक्खू बने रहेंगे सीएम?
Congress MLAs Disqualification: हिमाचल प्रदेश के स्पीकर ने कांग्रेस के छह बागी विधायकों को दल बदल कानून के तहत अयोग्य करार दिया है. इसी के साथ हिमाचल में सियासी सरगर्मी और बढ़ गई है.
Himachal Political Crisis: हिमाचल की पहाड़ी पर ठंड के बीच सियासी पारा चढ़ा हुआ है. इस बीच विधानसभा स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने कांग्रेस के छह बागी विधायकों को अयोग्य करार दिया है यानि इनकी सदस्यता रद्द कर दी गई है. इन विधायकों पर आरोप है कि उन्होंने कांग्रेस के व्हिप का उल्लंघन किया. अब इस एक्शन के बाद साफ है कि सुखविंदर सिंह सुक्खू कुर्सी पर बने रहेंगे. विधानसभा के नंबर भी इसी की तरफ इशारा कर रहे हैं. बड़ी बातें-
1. स्पीकर ने धर्मशाला के सुधीर शर्मा, सुजानपुर के राजेंद्र राणा, कुटलैहड़ के देवेंद्र भुट्टो, गगरेट के चैतन्य शर्मा, लाहौल स्पीति के रवि ठाकुर और बड़सर के इंद्रदत्त लखनपाल को अयोग्य ठहराया है.
2. स्पीकर के फैसले पर नाराजगी जताते हुए सुधीर शर्मा ने एबीपी न्यूज से कहा कि हम इस फैसले को कोर्ट में चुनौती देंगे. सुधीर शर्मा ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया खुद डेढ़ घंटे तक विधानसभा में नहीं आए. अटेंडेंस रजिस्टर में हमारी हाजिरी लगी है. साथ ही उन्होंने कहा कि इस सरकार का जाना तय है. वहीं राजेंद्र राणा ने कहा कि हमें गलत तरीके से अयोग्य ठहराया गया है.
3. विधायकों पर एक्शन के साथ ही विधानसभा में अब 62 विधायक बचे हैं. राज्य विधानसभा में 68 सीटें हैं. कार्रवाई से पहले तक कांग्रेस के 40 विधायक थे. यानि अब कांग्रेस के 34 विधायक हैं. बीजेपी के 25 विधायक हैं. तीन निर्दलीय भी हैं, जो बीजेपी के साथ हैं.
4. 6 कांग्रेस विधायकों पर एक्शन के बाद अब सरकार में बने रहने के लिए 32 विधायकों की जरूरत होगी. 32 विधायक आज मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के ब्रेकफास्ट में भी पहुंचे. विक्रमादित्य सिंह ने सुक्खू के ब्रेकफास्ट में भाग नहीं लिया. वहीं कुलदीप सिंह पठानिया स्पीकर होने की वजह से मीटिंग में नहीं गए. 32 विधायकों के पहुंचने के बाद माना जा रहा है कि विक्रमादित्य सिंह के खेमे में कम विधायक हैं.
5. विक्रमादित्य सिंह ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में कहा कि मैं नाश्ता कम करता हूं. साथ ही उन्होंने कहा कि मैं आज पर्यवेक्षक से मुलाकात करूंगा. उन्होंने विधायकों पर एक्शन को लेकर कहा कि सोच समझकर स्पीकर ने फैसला लिया होगा. उनकी नाराजगी सुक्खू से साफ-साफ दिखी.
6. इससे पहले प्रियंका गांधी एक्शन में दिखीं. उन्होंने बुधवार को पार्टी में नाराज विक्रमादित्य सिंह और उनकी मां हिमाचल कांग्रेस की चीफ प्रितभा सिंह ने फोन पर बात की. सूत्रों ने साथ ही बताया कि प्रियंका गांधी ने सीएम सुक्खू को संगठन का एक मजबूत चेहरा माना और कहा कि 4 बार विधायक चुने जाने के बावजूद उन्होंने कभी मंत्री पद के लिए विद्रोह नहीं किया.
7. बता दें कि मंगलवार को हिमाचल कांग्रेस में संकट के बादल छा गए थे, जब छह कांग्रेस के और तीन निर्दलीय विधायक ने बीजेपी के राज्यसभा उम्मीदवार हर्ष महाजन के समर्थन में वोट किया. यही वजह रही कि सरकार में होने के बावजूद कांग्रेस के उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी हार गए.
8. इसके अगले दिन बुधवार को विक्रमादित्य सिंह ने सुक्खू पर विधायकों की अनदेखी के आरोप लगाए. साथ ही उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. हालांकि कांग्रेस पर्यवेक्षकों से बातचीत के बाद उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया.
9. कांग्रेस ने संकट को देखते हुए बुधवार को कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री दीपेंद्र सिंह हुड्डा को शिमला भेजे हैं. छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व केंद्रीय मंंत्री राजीव शुक्ला भी शिमला में डेरा डाले हैं.
10. हिमाचल में सियासी संकट के बीच बिल्ली पार्क में बीजेपी विधायक दल की बैठक हुई. इस बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि ये सरकार विश्वासमत खो चुकी है. सरकार बचाने के लिए हथकंडे अपनाए जा रहे हैं. इसलिए सदस्यों को अयोग्य ठहराया गया है.