Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश में दुकानों के नेम प्लेट को लेकर मंत्री विक्रमादित्य सिंह के बयान पर विवाद बढ़ गया है. इस बीच पूर्व राज्यसभा सांसद और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजमणि त्रिपाठी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की तुलना उत्तर प्रदेश से नहीं की जा सकती है, क्योंकि हिमाचल और यूपी के हर एक क्षेत्र में बहुत अंतर है.
विक्रमादित्य सिंह ने कहा था कि हिमाचल में दुकानदारों को नेम प्लेट लगाने होंगे. हालांकि हिमाचल सरकार ने इससे दूरी बना ली है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजमणि त्रिपाठी ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, "उत्तर प्रदेश की संस्कृति और भाषा क्या है? वहां लोग किस नजरिए से देखते हैं और किस चीज को मान्यता देते हैं, यह देखना जरूरी होता है. वहीं हिमाचल प्रदेश की भौगोलिक और सामाजिक स्थिति क्या है? हर एक क्षेत्र की परिस्थितियां क्या है, उन्हें देखा जाता है. मेरा मानना है कि हर एक चीज हर एक क्षेत्र में सभी परिस्थितियों में फिट नहीं बैठती है, इसलिए हिमाचल प्रदेश की तुलना उत्तर प्रदेश के साथ करने की जरूरत नहीं है."
क्या बोले कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सांसद
उन्होंने कहा, "दोनों जगहों की स्थिति के आधार पर उसे सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से अध्ययन करने की जरूरत है. अगर यह फैसला देश हित में होता है, तो इसे निश्चित रूप से समाज के हित में करना चाहिए. जब यह चीज उत्तर प्रदेश में की गई तो वहां ऐसी कोई परिस्थितियां नहीं थी. ये मुद्दा उस समय उठा, जब कांवड़ यात्रा निकल रही थी. उस दौरान एक भावना को पैदा करने के लिए जानबूझकर और बिना प्लान के इस तरह का फरमान जारी किया गया, जिसका कांग्रेस ने विरोध किया."
बता दें उत्तर प्रदेश सरकार ने खाने-पीने की चीजों में मानव अपशिष्ट या गंदी चीजों की मिलावट करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया है.