Vikramaditya Singh Statement On UCC: हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) के नेतृत्व वाली सरकार में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह (Vikramaditya Singh) ने यूनिफॉर्म सिविल कोड का समर्थन किया है. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि, जब सरकार इस बिल को लेकर आएगी, तब हम इसका समर्थन करेंगे. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वे कांग्रेस का अभिन्न हिस्सा हैं और कांग्रेस देश की एकता और अखंडता को आगे ले जाने का काम करती है. लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने आगे कहा कि नौ साल से देश में बीजेपी और एनडीए की पूर्ण बहुमत की सरकार है, लेकिन जब चुनाव आता है तब बीजेपी एक शगुफ्ता लेकर आती है.


यूनिफॉर्म सिविल कोड को बनाया जा रहा मुद्दा


लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि पहले बीजेपी ने पुलवामा और फिर अनुच्छेद 370 पर वोट मांगे. इसके बाद बीजेपी ने राम मंदिर के नाम पर वोट मांगने का काम किया. अब चुनाव से पहले बीजेपी यूनिफॉर्म सिविल कोड का मुद्दा लेकर आई है. यूनिफॉर्म सिविल कोड पर बहस शुरू करने की कोशिश की जा रही है. आज बीजेपी को देश में बढ़ रही बेरोजगारी और गिरती हुई जीडीपी के बारे में बात करनी चाहिए. आज हिमाचल प्रदेश का हक छीना जा रहा है, लेकिन बीजेपी इस पर कोई बात नहीं करती है.






मणिपुर के हालात पर क्यों बात नहीं करती बीजेपी?


लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि मणिपुर जल रहा है और सरकार ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है. केंद्र सरकार ने न तो मुख्यमंत्री पर कोई कार्रवाई की और न ही वहां राष्ट्रपति शासन लगाया गया. मणिपुर में गृह युद्ध जैसे हालात पैदा हो चुके हैं. इस पर भारतीय जनता पार्टी के नेता कोई बात नहीं करते. अब लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश में यूनिफॉर्म सिविल कोड पर बहस छेड़ने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि बीजेपी को ऐसे मुद्दों पर बात करनी चाहिए, जो मौजूदा वक्त में लोगों पर असर डाल रहे हैं.


सोशल मीडिया पर भी किया था पोस्ट


लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने सोशल मीडिया पर यूनिफॉर्म सिविल कोड के समर्थन में लिखा- 'यूनिफॉर्म सिविल कोर्ट का हम पूर्ण तौर पर समर्थन करते हैं. यह देश की एकता और अखंडता के लिए जरूरी है, लेकिन इसका राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए. नौ साल से देश में NDA की पूर्ण बहुमत की सरकार हैं. इस कानून को लागू करने से कौन रोक रहा हैं. आज चुनावों से कुछ महीने पहले ही इसका प्रोपेगंडा क्यों हों रहा है? जय श्री राम.'


पार्टी लाइन से हटकर करते हैं बात


अमूमन विक्रमादित्य सिंह पार्टी लाइन से हटकर बात करने के लिए इसी तरह चर्चा में बने रहते हैं. बात चाहे केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के मंत्रियों से समर्थन लेने की हो या फिर अपने विभाग से जुड़ी शिकायतों को सोशल मीडिया पर एड्रेस करने की, विक्रमादित्य सिंह इन बातों में सबसे आगे नजर आते हैं. यही वजह है कि आए दिन उनके यह बयान सुर्खियां बनाते हैं. अपनी हर पोस्ट पर जय श्री राम लिखना भी विक्रमादित्य सिंह को पार्टी लाइन से अलग खड़ा दिखाता है. हालांकि, जय श्रीराम नारे पर किसी पार्टी विशेष का अधिकार तो नहीं है, लेकिन इसे दक्षिणपंथी संगठनों के साथ ही जोड़कर देखा जाता है. इसी तरह विक्रमादित्य सिंह के पिता वीरभद्र सिंह भी पार्टी लाइन से हटकर अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर का समर्थन खुलकर किया करते थे.


क्या है यूनिफॉर्म सिविल कोड?


समान नागरिक संहिता पूरे देश के लिए एक कानून सुनिश्चित करेगी, जो सभी धार्मिक और आदिवासी समुदायों पर उनके व्यक्तिगत मामलों पर लागू होगा. हिंदू विवाह अधिनियम 1955, हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम 1956 और मुस्लिम व्यक्तिगत कानून आवेदन अधिनियम 1937, जैसे धर्म पर आधारित मौजूदा व्यक्तिगत कानून तकनीकी रूप से भंग हो जाएंगे.



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