(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Cryptocurrency Fraud: हिमाचल में क्रिप्टोकरेंसी फ्रॉड मामले में SIT की बड़ी कार्रवाई, 41 जगहों पर छापेमारी के बाद मुख्य आरोपी गिरफ्तार
Himachal Cryptocurrency Fraud: हिमाचल प्रदेश पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने बताया कि क्रिप्टोकरेंसी फ्रॉड मामले में चार मुख्य आरोपियों में से तीसरे मुख्य आरोपी अभिषेक की गिरफ्तारी हो चुकी है.
Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश में हुए क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) फ्रॉड मामले में गठित स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) की कार्रवाई लगातार जारी है. रविवार को भी इस विशेष जांच दल ने बड़ी कार्रवाई की प्रदेश के 6 जिलों के 41 जगह पर छापेमारी के बाद ऊना से तीसरे मुख्य आरोपी अभिषेक (Abhishek) को गिरफ्तार कर लिया गया है. मुख्य आरोपियों में शुमार अभिषेक पर 200 करोड़ रुपये की ठगी का आरोप है. आरोपी अभिषेक को पांच दिन के पुलिस डिमांड पर भेजा गया है. यह क्रिप्टोकरेंसी फ्रॉड मामले में दसवीं गिरफ्तारी है.
क्रिप्टोकरेंसी फ्रॉड मामले में गठित स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने 41 जगह पर छापेमारी कर महंगी गाड़ियां, लैपटॉप, पेन ड्राइव और संपत्तियों के दस्तावेज जब्त किए. एसआईटी ने कांगड़ा में सात, मंडी और ऊना में दो-दो, हमीरपुर में 25, बिलासपुर में चार और सोलन में एक ठिकाने पर दबिश दी. छापेमारी के दौरान पुलिस को मोबाइल फोन, आपत्तिजनक दस्तावेज के साथ कई अन्य साक्ष्य भी मिले हैं. इससे पहले पुलिस दो मुख्य आरोपियों हेमराज और सुखदेव को गिरफ्तार कर उनकी पांच करोड़ रुपये की संपत्ति सीज कर चुकी है. मामले का मुख्य आरोपी सुभाष अब भी फरार चल रहा है, जिसके विदेश में होने की आशंका है.
मामले में तीन मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी
हिमाचल प्रदेश पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने बताया कि क्रिप्टोकरेंसी फ्रॉड मामले में चार मुख्य आरोपियों में से तीसरे मुख्य आरोपी अभिषेक की गिरफ्तारी हो चुकी है. चौथा मुख्य आरोपी सुभाष अभी गिरफ्तार है. कंप्यूटर में सारा रिकॉर्ड है. इसे कब्जे में ले लिया गया है. एसआईटी गंभीरता से मामले की जांच कर रही है. हिमाचल प्रदेश पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने लोगों से गलत जगह इन्वेस्टमेंट न करने की सलाह को भी दोहराया है.
400 करोड़ रुपये का हुआ है फ्रॉड
हिमाचल प्रदेश पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने बताया कि इस फ्रॉड में 2 हजार 300 करोड़ रुपए की ट्रांजेक्शन का अनुमान है. पुलिस के हाथ लगे सबूत के मुताबिक 400 करोड़ रुपए की देनदारियां अभी बाकी हैं. उन्होंने लोगों से अपील की है कि जल्दी पैसा कमाने के लालच में गलत जगह इन्वेस्टमेंट न करें. डीजीपी ने बताया कि बैंक के अलावा किसी भी तरह का अगर कोई डिपॉजिट लेता है, तो वह कानून के खिलाफ है. इस अपराध के लिए 10 साल तक की सजा भी हो सकती है. उन्होंने लोगों से अपील की है कि अपने परिश्रम की कमाई को दोगुना करने के लालच में इस तरह गलत जगह पर इन्वेस्ट न करें.
फ्रॉड होने पर क्या करें?
हिमाचल प्रदेश पुलिस ने प्रदेश भर के सभी लोगों को क्रिप्टोकरेंसी में इन्वेस्ट न करने के लिए कहा है. बावजूद इसके अगर क्रिप्टोकरेंसी में इन्वेस्टमेंट के बाद किसी के साथ फ्रॉड हुआ है, तो वे इसकी शिकायत नजदीकी पुलिस थाना में दे सकते हैं. इसके अलावा साइबर क्राइम की शिकायत 1930 पर भी की जा सकती है. कम इन्वेस्टमेंट के साथ काम वक्त में अमीर बनने की लालच आपकी जीवन भर की कमाई को पल भर में बर्बाद कर सकती है.