Cyclone Michaung Update: दक्षिण भारत के कई राज्यों में चक्रवर्ती तूफान मिचौंग का जबरदस्त असर देखने के लिए मिल रहा है. सोमवार को मिचौंग की इन चक्रवाती हवाओं का असर हजारों किलोमीटर दूर पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में भी नजर आया. वेस्टर्न डिस्टरबेंस और चक्रवाती हवाओं की वजह से प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी, जबकि मैदानी इलाकों में ओलावृष्टि और बारिश हुई. इससे प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है.


मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डॉ. सुरेंद्र पॉल ने बताया कि मिचौंग का असर हिमाचल प्रदेश में भी नजर आया. उन्होंने बताया कि प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी के बाद तापमान में गिरावट आई है. केलांग में न्यूनतम तापमान -7.3 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है. शिमला का न्यूनतम तापमान भी पांच डिग्री तक पहुंच गया. इसके अलावा मैदानी इलाकों में ओलावृष्टि और बारिश की वजह से भी तापमान में गिरावट आई. प्रदेश में अब 9 दिसंबर तक मौसम साफ बना रहेगा. आने वाले दिनों में सुबह और शाम के वक्त ठंड बढ़ने के भी आसार हैं.


10 दिसंबर को मौसम होगा खराब


10 दिसंबर को एक बार फिर वेस्टर्न डिस्टरबेंस के चलते प्रदेश में मौसम खराब मौसम बिगड़ने का अनुमान है. इस दौरान प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश की चेतावनी जारी की गई है. इसके अलावा मैदानी इलाकों में धुंध से भी लोगों को परेशानी होगी. हिमाचल प्रदेश के पड़ोसी राज्यों में भी इसका असर नजर आएगा. स्थानीय प्रशासन ने वाहन चालकों से ढूंढ में गाड़ी चलाते वक्त अतिरिक्त एहतियात बरतने के लिए कहा है. डॉ. सुरेंद्र पॉल ने बताया कि सोमवार को केवल वेस्टर्न डिस्टरबेंस रहता, तो इतनी अधिक बर्फबारी और बारिश न होती. चूंकि, वेस्टर्न डिस्टरबेंस को चक्रवाती हवाओं का साथ मिला. ऐसे में बर्फबारी और बारिश का असर भी बढ़ गया.


कहां हुई कितनी बारिश?


सोमवार को काहू में 19 मिलीमीटर, कंडाघाट में 16 मिलीमीटर, नैनादेवी में 14 मिलीमीटर, शिलारू में 10 मिलीमीटर, जुब्बड़हट्टी में 6 मिलीमीटर, रोहड़ू में 5 मिलीमीटर, गोहर में 4 मिलीमीटर, सुंदरनगर और शिमला में तीन-तीन मिलीमीटर, जबकि मंडी और सुन्नी में दो-दो मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई. मंगलवार को प्रदेश भर के सभी जिलों में धूप खिली हुई है.


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