Dead body found in Kasumpti: ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए वन मिनट ट्रैफिक प्लेन में व्यस्त शिमला फिर विवादों में है. राजधानी शिमला में पिछले एक महीने से लापता 17 वर्षीय युवक का शव जंगल में फंदे से लटका मिला. मृतक की पहचान अभिषेक पुत्र वीर सिंह गांव बालीकोटी तहसील शिलाई जिला सिरमौर के तौर पर हुई है. हैरानी की बात है कि युवक का शव कसुम्पटी पुलिस चौकी से सिर्फ 100 मीटर की दूरी मिला. युवक के लापता होने की शिकायत 28 अप्रैल को दर्ज कराई गई थी. परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने मामले में गंभीरता से कार्रवाई नहीं की और परिवार को बेटे की जगह उसका शव ही मिल सका.
परिजनों के साथ पुलिस की धक्का-मुक्की
लापता युवक का शव मिलने के बाद परिजनों ने इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज से युवक के शव को उठाकर शिमला पुलिस अधीक्षक के बाहर जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान लक्कड़ बाजार में परिजनों को रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकेडिंग भी कर रखी थी. परिजनों को रोकने के दौरान दोनों पक्षों में हल्की धक्का-मुक्की भी हुई. परिजनों ने शिमला की पुलिस पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाया.
एक हफ्ते में रिपोर्ट तलब
वहीं, मामले की गंभीरता को देखते हुए शिमला के पुलिस अधीक्षक भी मौके पर पहुंचे. उन्होंने परिजनों को समझाने की कोशिश की. पुलिस अधीक्षक संजीव सिंह गांधी ने बताया कि मामले में एसआईटी गठित की गई है. एसआईटी से एक हफ्ते में रिपोर्ट मांगी गई है. साथ ही पुलिस ने तीन लोगों को भी हिरासत में लिया है. इनमें एक लड़की भी शामिल है.
क्या है पूरा मामला?
25 अप्रैल को सिरमौर का एक युवक अपने जीजा आत्मा राम के पास आया था. तीन दिन के बाद ही युवक घर से लापता हो गया. इसके बाद परिजनों ने 29 अप्रैल को उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में लेकर आए. इस दौरान पुलिस ने उनकी मदद से सर्च अभियान भी चलाया, लेकिन युवक का कोई सुराग नहीं मिला. पुलिस जिस युवक को शहर भर में ढूंढती रही, उसका शव 28 मई को कसुम्पटी पुलिस चौकी से 100 मीटर की दूरी पर जंगल में ही मिल गया. अब परिजन पुलिस की तलाशी अभियान पर सवाल उठा रहे हैं.